रांची, शाहरुख के एकतरफा प्यार में जिस अंकिता को जिंदा जला दिया था, आज उसी अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. शनिवार-रविवार की रात करीब 2 बजे रांची के रिम्स अस्पताल में अंकिता ने अंतिम सांस ली, बुरी तरह जल चुकी अंकिता ने 5 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ी, लेकिन अंत में वो यह […]
रांची, शाहरुख के एकतरफा प्यार में जिस अंकिता को जिंदा जला दिया था, आज उसी अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. शनिवार-रविवार की रात करीब 2 बजे रांची के रिम्स अस्पताल में अंकिता ने अंतिम सांस ली, बुरी तरह जल चुकी अंकिता ने 5 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ी, लेकिन अंत में वो यह जंग हार गई और उसकी मौत हो गई.
झारखंड के दुमका में अंकिता सिंह (17) का सोमवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया, अंकिता को उसके दादा ने मुखाग्नि दी, जिस दादा ने अपने हाथों अपनी पोती को मुखाग्नि दी हो उनकी मनोदशा इस समय क्या होगी, उसका तो अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता.कड़ी सुरक्षा में अंकिता की अंतिम यात्रा निकाली गई, बता दें रविवार की सुबह जब उसकी मौत की खबर आई तो दुमका में तनाव की स्थिति बन गई.
बीजेपी नेता निशिकांत दूबे ने ट्वीट कर लिखा कि काश दुमका की बेटी अंकिता को हमलोग शाहरुख़ जैसे दरिंदे से बचा पाते। पुलिस प्रशासन की भूमिका समाज के लिए ख़तरनाक है। मुस्लिम पदाधिकारी नूर मुस्तफ़ा का अपराधी को साथ देना देश के लिए घातक है। संथाल परगना अपनी बेटी की हत्या के बाद उद्वेलित है।
निशिकांत दूबे ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि झारखंड में हम दुमका की बेटी को नहीं बचा पाए। मुख्यमंत्री जी और पूरा महागठबंधन का कुनबा मटन भात खाने में व्यस्त है। अब धारा 144 और आमलोगों को जेल भेजने का खेल चल रहा है। बीजेपी नेता ने आगे लिखा कि राज्य सरकार महिलाओं की इज्जत और सम्मान पर गंभीर नहीं है।
बीजेपी नेता ने इसी मामले में मीडिया से बात करते हुए कहा कि बेटी अंकिता के हत्या की आग मुख्यमंत्री आवास तक जाएगी। दुमका की बेटी के परिवार का सब्र का बांध कब का टूट चूका है, जनता के सब्र का बांध कब का टूट चूका है, कानून व्यवस्था कब का टूट चूका है।
निशिकांत दूबे ने कहा कि ये वेंटीलेटर पर पड़ी झारखंड सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ा रहा है। अपने लोभ, लालच और सत्ता के घमंड में चूर इस सरकार को सिर्फ और सिर्फ अपनी चिंता है।
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