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बिलकिस बानो मामला: देवेंद्र फडणवीस बोले- ‘दोषियों को सम्मानित किया जाना गलत’

बिलकिस बानो मामला: मुंबई। बिलिकस बानो मामले को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि गुजरात के 2002 के बिलकिस बानो मामले के दोषियों को सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद रिहा किया गया है। लेकिन किसी भी अपराध के आरोपियों का स्वागत करना और उन्हें […]

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बिलकिस बानो मामला: देवेंद्र फडणवीस बोले- ‘दोषियों को सम्मानित किया जाना गलत’
  • August 24, 2022 8:20 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

बिलकिस बानो मामला:

मुंबई। बिलिकस बानो मामले को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि गुजरात के 2002 के बिलकिस बानो मामले के दोषियों को सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद रिहा किया गया है। लेकिन किसी भी अपराध के आरोपियों का स्वागत करना और उन्हें सम्मानित किया जाना गलत है। फडणीवस ने आगे कहा कि इस तरह के कृत्य को बिल्कुल सही नहीं ठहराया जा सकता है।

सदन में मुद्दा नहीं उठाया जा सकता

महाराष्ट्र विधान परिषद में हुई भंडारा जिले में तीन लोगों द्वारा 35 साल की एक महिला के कथित यौन उत्पीड़न की घटना पर चर्चा में एक सवाल को जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस सदन में बिलिकस बानो के मुद्दे को नहीं उठाया जाना चाहिए।

कृत्य जायज नहीं ठहराया जा सकता

बता दें कि शिंदे सरकार में गृह मंत्रालय का प्रभार भी संभाल रहे फडणवीस ने कहा कि आरोपियों को करीब जेल में 14 साल बिताने के बाद 20 साल बाद रिहा किया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद रिहाई की गयई लेकिन यदि किसी आरोपी को सम्मानित किया जाता है और जेल से छूटने के बाद उसका स्वागत किया जाता है तो ये गलत है। कोई भी आरोपी तो आरोपी होता है और इस कृत्य को बिल्कुल भी जायज नहीं ठहराया जा सकता है।

11 दोषियों को किया गया है रिहा

बता दें कि बिलकिस बानो सामूहिक दुष्कर्म और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे 11 दोषियों को 15 अगस्त को रिहा किया गया था। गुजरात सरकार ने भाजपा सरकार द्वारा माफी नीति के तहत उनकी समय से पहले रिहाई की अनुमति दे दी। गोधरा की जेल से निकलने के बाद सभी दोषियों का पुष्पमालाओं से स्वागत किया गया था।

जानिए, क्या है पूरा मामला

गौरतलब है कि गुजरात में गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों के बीच 3 मार्च 2002 को दाहोद जिले के रधिकपुर गांव में भीड़ ने बिलकिस बानो के परिवार पर हमला किया था। बिलकिस बानो उस समय पांच महीने की गर्भवती थीं। आरोप लगाया जाता है कि बिलकिस बानो के साथ उस समय सामूहिक बलात्कार किया गया और उनके परिवार के सात लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई।

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