नई दिल्ली, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को गुजरात में चुनाव जीतने पर बेहतर और मुफ्त शिक्षा-इलाज की व्यवस्था करने का वादा किया, इसी दौरान केजरीवाल और सिसोदिया ने सीबीआई रेड को लेकर भाजपा पर निशाना साधा, वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने उस आरोप को दोहराया जिसमें उन्होंने […]
नई दिल्ली, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को गुजरात में चुनाव जीतने पर बेहतर और मुफ्त शिक्षा-इलाज की व्यवस्था करने का वादा किया, इसी दौरान केजरीवाल और सिसोदिया ने सीबीआई रेड को लेकर भाजपा पर निशाना साधा, वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने उस आरोप को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी से उन्हें ऑफर दिया गया था. उनसे जब ऑफर देने वाले का नाम पूछा गया तो उन्होंने सीधा जवाब नहीं देते हुए इशारों में कहा कि आप भाजपा से ही पूछ लीजिए आपको सब पता चल जाएगा. वहीं, अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया के लिए भारत रत्न की मांग की है, केजरीवाल ने कहा कि सिसोदिया इतने ईमानदार हैं कि उन्हें सरकार को भारत रत्न से नवाज़ना चाहिए.
सिसोदिया से जब उनके दावे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”मेरे लिए भी ये बहुत शॉकिंग था, भाजपा द्वारा भेजे गए मैसेज के दो पार्ट थे कि, एक में तो कहा गया था कि आपके खिलाफ जितने ईडी, सीबीआई के केस चल रहे हैं, इन्हें खत्म कर दिया जाएगा. दूसरा ये था कि आम आदमी पार्टी तोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाइए, तो हम आपको मुख्यमंत्री बना देंगे क्योंकि हमारे पास कोई सीएम कैंडिडेट नहीं है. इसपर मैंने कहा कि ये जितने केस चल रहे हैं, इनकी सच्चाई तो मैं जानता हूँ, क्योंकि मैं ईमानदार आदमी हूं. मैं केजरीवाल की टीम में इसलिए हूं कि कट्टर ईमानदार हूँ, मुझे पता है इन फर्जी केसों में कोई दम नहीं है, आप इनसे धमकी तो नहीं दे सकते है. रही बात सीएम बनाने की तो मेरा सपना सीएम बनना नहीं है, मैं यहां राजनीति में सीएम बनने का ख्वाब लेकर नहीं आया था, मेरा ख्वाब तो दिल्ली के हर बच्चे को शानदार शिक्षा देना है और अब मैं चाहता हूं कि पूरे देश के बच्चों को शानदार शिक्षा मिलेगा. और यह केजरीवाल ही कर सकते हैं क्योंकि वही मेरे राजनीतिक गुरु हैं.”
एक तरफ जहाँ सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल की तारीफ़ के कसीदे पढ़ें तो वहीं दूसरी और केजरीवाल ने सिसोदिया की ईमानदारी के लिए सरकार से उनके लिए भारत रत्न की मांग की.