Russia US Nuclear War: नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और रूस के बीच बढ़ी तनातनी के बीच रटगर्स यूनिवर्सिटी की एक स्टडी ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। स्टडी में बताया गया है कि अगर रूस और अमेरिका के बीच परमाणु युद्ध होता है तो करीब पांच अरब लोग अपनी जान […]
नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और रूस के बीच बढ़ी तनातनी के बीच रटगर्स यूनिवर्सिटी की एक स्टडी ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। स्टडी में बताया गया है कि अगर रूस और अमेरिका के बीच परमाणु युद्ध होता है तो करीब पांच अरब लोग अपनी जान गवाएंगे। हालांकि, इतने लोगों के मरने का कारण सिर्फ बम ही नहीं होगा बल्कि अकाल की वजह से भी करोड़ो लोगों की मौत होगी।
अमेरिका के न्यू जर्सी में स्थित रटगर्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने छह संभावित परमाणु युद्ध के प्रभावों का मानचित्रण किया है। इसे लेकर नेचर फूड जर्नल में पब्लिश एक स्टडी में बताया गया है कि अमेरिका और रूस के बीच एक पूर्ण पैमाने पर हुआ युद्ध दुनिया के लिए सबसे खराब स्थिति पैदा करेगा। ये दुनिया की आधी से ज्यादा जनसंख्या को खत्म कर देगा।
बता दें कि स्टडी के मुताबिक इस मौत के अनुमान की गणना परमाणु विस्फोट के कारण पैदा होने वाले कालिख के वायुमंडल में जाने के आधार पर की गई है। जिसमें रिसचर्स ने नेशनल सेंटर फॉर एटमॉस्फेरिक रिसर्च द्वारा समर्थित एक जलवायु पूर्वानुमान उपकरण का इस्तेमाल किया था।
स्टडी में आगे बताया गया है कि अगर छोटे पैमाने पर भी युद्ध होता है तो दुनिया भर में खाद्य संकट के विनाशकारी परिणाम देखने को मिलेंगे। स्टडी के मुताबिक अगर सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच ही एक छोटा सा न्यूक्लियर युद्ध होता है तो पांच साल में दुनिया में सात प्रतिशत फसल उत्पादन में गिरावट आएगी। वहीं, रूस और अमेरिका के युद्ध में तीन से चार सालों में दुनिया का 90 फीसदी फसल उत्पादन गिरेगा।
गौरतलब है कि ये स्टडी रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद आई है। इस युद्ध को लेकर ही अमेरिका और रूस के बीच संघर्ष की आशंका पैदा हुई है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी अप्रैल में चेतावनी दी थी कि परमाणु युद्ध छिड़ने के गंभीर जोखिम है। वहीं रटगर्स यूनिवर्सिटी में पर्यावरण विज्ञान विभाग में जलवायु विज्ञान के प्रोफेसर एलन रोबॉक ने का कहना है कि हमें परमाणु युद्ध को कभी भी होने से रोकना चाहिए।
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