नई दिल्ली. दाल की बढ़ती कीमतों पर मंत्रीसमूह की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली कहा कि राज्य सरकारों ने दाल की जमाखोरी रोकने के कदम नहीं उठाए इसलिए दाल की कीमतें आसमान छू रही हैं. जेटली ने कहा कि केंद्र के निर्देश के बाद 12-13 राज्यों में मारे गए छापों में अब तक 36 हजार मीट्रिक टन दाल जब्त की जा चुकी है.
मंत्रीसमूह की बैठक में संसदीय कार्यमंत्री एम वेंकैया नायडु, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं. जेटली ने कहा कि अतिरिक्त 2000 मीट्रिक टन दाल आयात के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं जो जल्द ही मार्केट में आ जाएगी.
राज्य सरकारें पहले ही एक्शन लेतीं तो दाम नहीं बढ़ते
जेटली ने कहा कि जमाखोरों के खिलाफ छापेमारी का काम जारी है. उन्होंने कहा कि जमाखोरों से बरामद दाल बाजार में भेजा जा रहा है जिससे दाल की कीमतों में नरमी आएगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 380 सफल और 103 केंद्रीय भंडार की दुकानों पर 120 रुपये किलोग्राम की दर से दाल उपलब्ध है.
जेटली ने कहा कि दाल की कम पैदावार होने की वजह से जमाखोरों ने मुनाफ़ा कमाने के मकसद से जमाखोरी कर रखी है. उन्होंने कहा कि राज्यों को जमाखोरों के खिलाफ पहले ही कड़े कदम उठाने चाहिए थे जो नहीं उठाये गए जिसके कारण दाम बढ़ गए.