नई दिल्ली : शेयर बाजार के बिग बुल, राकेश झुनझुनवाला अब इस दुनिया में नहीं रहे. 5 जुलाई 1960 को मुंबई में जन्में राकेश झुनझुनवाला को शेयर मार्किट का बिग बुल कहा जाता है. एक सामान्य परिवार में जन्म लेने वाले दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला अपने जाने के बाद परिवार के लिए काफी संपत्ति छोड़ […]
नई दिल्ली : शेयर बाजार के बिग बुल, राकेश झुनझुनवाला अब इस दुनिया में नहीं रहे. 5 जुलाई 1960 को मुंबई में जन्में राकेश झुनझुनवाला को शेयर मार्किट का बिग बुल कहा जाता है. एक सामान्य परिवार में जन्म लेने वाले दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला अपने जाने के बाद परिवार के लिए काफी संपत्ति छोड़ कर गए हैं. चलिए जानते हैं उनके परिवार को कितनी संपत्ति मिलेगी।
अकासा एयरलाइन की शुरुआत कर झुनझुनवाला ने देश को सबसे सस्ते हवाई सफर का वादा किया था. अकासा एयरलाइन की सबसे बड़ी शेयर धारक उनकी पत्नी रेखा है. भारत के वारेन बफे कहलाने वाले राकेश झुनझुनवाला अपने पीछे एक बड़ा साम्राज्य छोड़ गए. उनके परिवार में पत्नी रेखा झुनझुनवाला, बेटी निष्ठा झुनझुनवाला (Nishtha Jhunjhunwala), बेटा आर्यमान झुनझुनवाला (Aryaman Jhunjhulwala), बेटा आर्यवीर झुनझुनवाला (Aryavir Jhunjhunwala) अब उनके साम्राज्य के मालिक हैं.
राकेश झुनझुनवाला की कुल नेटवर्थ 40 हजार करोड़ रुपये के करीब है. बता दें कि उनके आकासा एयर में सबसे बड़ी हिस्सेदारी पत्नी रेखा झुनझुनवाला रखती हैं. दोनों की कुल हिस्सेदारी 45.97 प्रतिशत की है. उन्होंने अपनी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के साथ 32 कंपनी के शेयरों में करीब 30,000 करोड़ रुपये से भी ज़्यादा का निवेश किया था.
बता दें कि पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट राकेश झुनझुनवाला ने 1985 में पांच हजार रुपये का निवेश कर एक इन्वेस्टर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। उन्हें सबसे बड़ा ब्रेकथ्रू टाटा के शेयर से मिला। जब उन्होंने एक समय टाटा टी के पांच हजार शेयर 43 रुपये के हिसाब से खरीदा, इसके बाद तीन महीने में ही टाटा टी का शेयर काफी चढ़ गया और तब झुनझुनवाला ने इस शेयर को 143 रुपये के हिसाब से बेच डाला। ये साल 1986 की बात है। इस निर्णय से झुनझुनवाला को तीन महीने में ही 2.15 लाख रूपये के निवेश पर पांच लाख रुपये का मुनाफा हुआ था।
राकेश झुनझुनवाला शेयर बाजार में पैसे लगाकर करोड़पतियों की लिस्ट में आ गए थए। तीन साल के अंदर उन्होंने करीब ढाई करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। टाटा समूह की ही एक कंपनी टाइटन ने झुनझुनवाला को बिगबुल बना दिया। साल 2003 में उन्होंने टाटा समूह की कंपनी टाइटन में पैसे लगाए। तब उन्होंने तीन रुपये के हिसाब से झुनझुनवाला ने टाइटन के छह करोड़ शेयर खरीदे। जिनकी वैल्यू बाद में 7000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई।
बता दें कि निधन के वक्त तक झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में सेल, टाटा मोटर्स, टाटा कम्युनिकेशंस, ल्यूपिन, टीवी18,डीबी रियल्टी, इंडियन होटल्स, इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, फेडरल बैंक, करुर वैश्य बैंक, एस्कॉर्ट्स लिमिटेड, टाइटन कंपनी, एमसीएक्स जैसी दिग्गज कंपनियों में शेयर हैं।
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