नई दिल्ली : रविवार को चीन में भूकंप के झटके महसूस किये गए. ये भूकंप उत्तर पश्चिमी चीन के किंघई प्रांत में आया. जानकारी के अनुसार ये भूकंप युशु तिब्बत स्वायत्त प्रांत के जादोई काउंटी में शाम 4:20 बजे आया था. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 मापी गई. चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र […]
नई दिल्ली : रविवार को चीन में भूकंप के झटके महसूस किये गए. ये भूकंप उत्तर पश्चिमी चीन के किंघई प्रांत में आया. जानकारी के अनुसार ये भूकंप युशु तिब्बत स्वायत्त प्रांत के जादोई काउंटी में शाम 4:20 बजे आया था. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 मापी गई. चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (सीईएनसी) ने इस बात की पुष्टि की है. बहरहाल भूकंप में किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई है.
चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक़ भूकंप का केंद्र 33.14 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 92.85 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था. इस भूकंप की गहराई 10 किमी नापी गई है. बता दें, हाल ही के दिनों में भूकंप के अधिक झटके महसूस किए गए हैं. हाल ही में लेह-लद्दाख में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
जम्मू कश्मीर के कारगिल और लद्दाख में भी भूकंप के झटके महसूस किये गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गयी थी. ये भूकंप रविवार(24 अप्रैल) दोपहर करीब 2:53 बजे आया था. जहां 195km कारगिल, लद्दाख इससे प्रभावित बताया रहा.
बता दें, अंडमान सागर भूकंप की दृष्टि से काफी संवेदनशील क्षेत्र है. जहां प्राकृतिक खूबसूरती के साथ-साथ प्रकृतिक आपदाओं को भी महसूस किया जाता है. वहीं एनसीएस द्वारा हाल ही में जारी किये गए आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल में भूकंप की संख्या बढ़ी है. जहां महज 1 से 30 अप्रैल की अवधि के दौरान, कुल 81 भूकंप दर्ज किए गए हैं. इसमें से भी 73 भूकंप भारत और उसके पड़ोस के क्षेत्र में दर्ज़ किये गए हैं.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पृथ्वी पर हर साल लगभग 5 लाख भूकंप आते है जिनमें से सिर्फ 1 लाख भूकंप ही महसूस किए जा सकते है. हालांकि इन 1 लाख भूकंपों में से सिर्फ 100 भूकंप ही विनाशकारी प्रलय लाते हैं. बता दें, आज तक का सबसे विनाशकारी भूकंप सन 1960 में चिली का भूकंप माना जाता है. इस भूकंप की तीव्रता 9.5 दर्ज की गई.
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