पटना, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब से गठबंधन का साथ छोड़ा है तब से उनके सुर थोड़े सख्त हो गए हैं, इसी कड़ी में उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर कहा कि 2024 आने दीजिए, तब देख लेंगे. उन्होंने कहा कि कोई कुछ भी कहता रहे लेकिन हम सबको प्रणाम करते हैं क्योंकि […]
पटना, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब से गठबंधन का साथ छोड़ा है तब से उनके सुर थोड़े सख्त हो गए हैं, इसी कड़ी में उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर कहा कि 2024 आने दीजिए, तब देख लेंगे. उन्होंने कहा कि कोई कुछ भी कहता रहे लेकिन हम सबको प्रणाम करते हैं क्योंकि हमारा काम है सबका काम करना. प्रधानमंत्री बनने पर उन्होंने कहा कि वो सब मेरे मन में नहीं है. मेरे लिए बहुत लोगों के फोन आ रहे हैं, हम सबको एकजुट करना चाहते हैं, इसके अलावा हमारी और कोई मंशा नहीं है.
मीडिया से बातचीत के दौरान नीतीश ने कहा कि पहले हम यहां का काम निपटाएंगे फिर हम कहीं और जाएंगे. मेरे पास कई लोगों के फोन आ रहे हैं लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. वहीं, ईडी, सीबीआई के दुरुपयोग के बारे में नीतीश ने कहा कि ऐसा करने वालों को तो जनता देखेगी, 2024 चुनावों के लिए हम बस विपक्ष को एकजुट करने का काम कर रहे हैं.
भाजपा का साथ छोड़कर आरजेडी के समर्थन से बिहार में नई सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियों वाले वादे पर कहा, “हम कोशिश कर रहे हैं, और हमारी पूरी कोशिश रहेगी की वादे पूरे किए जाएं. 2015-2016 में भी हमने जो कहा था वो किया और उसका दूसरा चरण भी लाया गया. उसके अलावा भी बहुत काम किया है, और हमने कहा है कि अधिक से अधिक रोजगार मिलना चाहिए, अब लोगों को रोजगार मिलेगा.”
हाल ही में तेजस्वी यादव को उपलब्ध कराई जाने वाली जेड प्लस सुरक्षा पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक कहा कि तेजस्वी बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं. उन्हें सुरक्षा क्यों नहीं उपलब्ध कराई जानी चाहिए. नीतीश ने कहा कि इसका विरोध करने वाले सिर्फ बेकार की बातें कर रहे हैं, अगर उपमुख्यमंत्री को सुरक्षा नहीं मिलेगी तो फिर किसे मिलेगी.