नई दिल्ली: इन दिनों देशभर में आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और इसी बीच केंद्र सरकार की ओर से हर घर तिरंगा अभियान भी जारी है। इसमें आम से लेकर कई जाने-माने स्टार्स तिरंगे को अपने घर से लेकर दफ्तर और प्रोफाइल पिक पर भी लगाते नजर आ रहे हैं। ऐसे […]
नई दिल्ली: इन दिनों देशभर में आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और इसी बीच केंद्र सरकार की ओर से हर घर तिरंगा अभियान भी जारी है। इसमें आम से लेकर कई जाने-माने स्टार्स तिरंगे को अपने घर से लेकर दफ्तर और प्रोफाइल पिक पर भी लगाते नजर आ रहे हैं। ऐसे देशभक्ति भरे माहौल के दौरान 9 अगस्त से ही एक राज्य में ऑस्कर विनिंग फिल्म गांधी की स्क्रीनिंग शुरू हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, भारत के तेलंगाना के 552 सिनेमाघरों में साल 1982 की ऑस्कर विजेता फिल्म ‘गांधी’ को फ्री में दिखाया गया है। ये फिल्म तेलुगू और हिंदी में सुबह 10 बजे से दोपहर 1.15 बजे तक दिखाई जाएगी। प्रदेशभर में इसके शो 9 अगस्त से 22 अगस्त तक इस फिल्म को मुफ्त में दिखाया जाएगा। फिल्म में बेन किंग्सले ने मोहनदास कर्मचंद गांधी का किरदार निभाया है। राज्य में मुफ्त स्क्रीनिंग के लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्था की गई है। जानकारी के अनुसार, 22 लाख स्कूली बच्चों के सिनेमाघरों में फिल्म देखने की उम्मीद की जा रही है।
रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित ‘गांधी’ स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के जीवन के बारे में एक जीवनी पर आधारित फिल्म है, जो 1893 से 1948 तक उनके जीवन को दर्शाती है। भारत और यूनाइटेड किंगडम के को-प्रोडक्शन वाली ये फिल्म 30 नवंबर 1982 को भारत में रिलीज़ हुई थी। इसे 55 वें अकादमी पुरस्कारों में 11 नामांकन प्राप्त हुए, जिसमें सर्वश्रेष्ठ पिक्चर, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (for Kingsely) सहित 8 अवॉड्स से सम्मानित किया गया है ,
‘गांधी’ की स्क्रीनिंग भी भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर तेलंगाना सरकार द्वारा आयोजित ‘स्वतंत्र भारत वज्रोत्सव द्वि सप्तम’ या दो सप्ताह तक चलने वाले समारोह का भाग है।
इस अवसर पर अपने भाषण के दौरान राव ने लोगों से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की छवि को एक वैश्विक नेता के रूप में खराब करने के प्रयासों की निंदा करने और भारत को विभाजित करने के लिए रची जा रही गंदी साजिशों के खिलाफ लड़ने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक लाभ पाने के लिए देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की साजिश की जा रही है। दुनिया का कोई भी देश अपने इतिहास को खराब रोशनी में दिखाना नहीं चाहता है। दुर्भाग्य से हम अपने देश में ऐसे उदाहरण देख रहे हैं जो महात्मा गांधी जैसे विश्व स्तर पर प्रसिद्ध नेता की छवि को अपमानित और खराब करने में लगे हुए हैं। यह एक खराब चलन है और सभी को इसकी निंदा करने की आवश्यकता है।’
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