बिहार: पटना। नीतीश कुमार ने आज 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ राजद नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही करीब पांच साल बाद फिर से जेडीयू,आरजेडी और कांग्रेस की सरकार की बिहार में वापसी हो गई है। शपथ के बाद मीडिया से की […]
पटना। नीतीश कुमार ने आज 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ राजद नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही करीब पांच साल बाद फिर से जेडीयू,आरजेडी और कांग्रेस की सरकार की बिहार में वापसी हो गई है।
आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात की। जिसमें सीएम नीतीश ने उस सवाल का भी जवाब दिया, जिसे लेकर आज पूरे देश में चर्चा हो रही है। दरअसल, बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने पर सियासी गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे है कि नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार हो सकते है।
2024 में प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पर बिहार सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वो किसी भी पद के लिए कोई दावेदारी नहीं है। लेकिन जो 2014 में आए वो 2024 के बाद रह पाएंगे या नहीं?
नहीं, हमारी किसी भी पद के लिए कोई दावेदारी नहीं है। लेकिन जो 2014 में आए वो 2024 के बाद रह पाएंगे या नहीं?: 2024 में प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पर बिहार CM नीतीश कुमार pic.twitter.com/f7hoE9ilBy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 10, 2022
शपथ लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के साथ जाने से जेडीयू का नुकसान हुआ है। एनडीए गठबंधन में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हुआ है। नीतीश कुमार ने आगे कहा कि आप हमारी पार्टी के लोगों से पूछ लीजिए की क्या सबकी स्थिति हुई। मैं मुख्यमंत्री(2020 में) बनना नहीं चाहता था। लेकिन मुझे दबाव दिया गया कि आप संभालिए। बाद के दिनों में जो कुछ भी हो रहा था, सब देख रहे थे। हमारी पार्टी के लोगों के कहने हम अलग हुए है।
नई सरकार के गठन पर आरजेडी नेता मनोज झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज का शपथग्रहण समारोह बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसे दौर में जब मौजूदा सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने ये तय कर लिया है कि वो लोकतांत्रिक मूल्यों को क्षत-विक्षत कर देगी। बिहार देश को एक संदेश दिया है।
बिहार में अपना CM चाहती है भाजपा, नीतीश कैसे करेंगे सियासी भूचाल का सामना