नई दिल्ली : अक्सर हमारे देश में सेक्सुअल हेल्थ को लेकर महिलाएं खुलकर बात नहीं करती हैं. सेक्सुअल हेल्थ बात करने से अगर आपको भी हिचकिचाहट होती है तो इससे आगे चलकर आपको भी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आपकी गायनेकोलॉजिस्ट आपसे जो भी सवाल करें आप उसका […]
नई दिल्ली : अक्सर हमारे देश में सेक्सुअल हेल्थ को लेकर महिलाएं खुलकर बात नहीं करती हैं. सेक्सुअल हेल्थ बात करने से अगर आपको भी हिचकिचाहट होती है तो इससे आगे चलकर आपको भी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आपकी गायनेकोलॉजिस्ट आपसे जो भी सवाल करें आप उसका एकदम सच्चाई से और बिना किसी हिचकिचाहट के जवाब दें.
हो सकता है कि आपकी गाइनेकोलॉजिस्ट आपसे कुछ इंटिमेट सवाल करे. आपको उस समय अपने डॉक्टर को बिना किसी शर्म के जवाब देना चाहिए. आपको ये समझने की जरूरत है कि ये सवाल आपकी सेहत से ही ताल्लुक रखते हैं. आपकी सेक्सुअल सेहत भी आपके जीवन का ही एक भाग है. आपको ये बात बकवास लग सकती है लेकिन बता दें, कि डॉक्टर इन सवालों के जवाब के आधार पर ये निर्णय लेते हैं कि आपको कौन सा टेस्ट करवाना चाहिए. आप जितनी जानकारी अपने डॉक्टर को दे पाएंगी उसी के आधार पर आप इलाज और देखभाल की जा सकेगी.
ये सवाल भी आपको असहज कर सकता है. हो सकता है आप इससे कतराने लगें. लेकिन बता दें, अगर आप पिछले 15 सालों से एक ही सेक्सुअल पार्टनर के साथ हैं तो डॉक्टर आपको STD टेस्ट नहीं करवाना होता है. लेकिन अगर आपने एक ही महीने में तीन अलग-अलग लोगों के साथ सेक्सुअली एक्टिव रही हैं तो डॉक्टर आपको STD टेस्ट करवाने के लिए कह सकते हैं.
महिलाओं में रेगुलर पीरियड साइकिल 28 दिनों का रहता है. डेट से तीन-चार दिन आगे-पीछे पीरियड्स आते हैं तो यह भी काफी आम बात मानी जाती है. लेकिन अगर यह गैप ज्यादा है तो इसे अनियमित पीरियड्स कहा जाता है. पीरियड्स रेगुलर ना होना गंभीर भी हो आसक्त है.
सेक्स के दौरान या बाद में अगर आपको कभी-कभी वजाइना या पेल्विस में दर्द होता है तो इस बात से घबराने की जरूरत नहीं है. ये आम बात है. लेकिन अगर आपको हर बार सेक्स के दौरान या बाद में दर्द का सामना करना पड़ता है तो ये गंभीर हो सकता है.