पटना, बिहार में एनडीए गठबंधन टूट गया है. इस समय राज्य में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है. आज आरजेडी और जेडीयू के विधायक दलों की अलग-अलग बैठकें हुई थी. वहीं, जेडीयू की बैठक में भाजपा गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया गया है. शाम चार बजे नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलेंगे और इसी मुलाक़ात के बाद […]
पटना, बिहार में एनडीए गठबंधन टूट गया है. इस समय राज्य में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है. आज आरजेडी और जेडीयू के विधायक दलों की अलग-अलग बैठकें हुई थी. वहीं, जेडीयू की बैठक में भाजपा गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया गया है. शाम चार बजे नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलेंगे और इसी मुलाक़ात के बाद वो गठबंधन तोड़ने का ऐलान करेंगे. बता दें, कि विधायक दल की बैठक में नीतीश ने कहा कि एनडीए गठबंधन में उन्हें हमेशा अपमानित किया गया है. हमेशा उन्हें कमजोर करने की कोशिश की है.
बिहार में जेडीयू का ही मुख्यमंत्री होगा. जबकि आरजेडी का उपमुख़्यमंत्री होगा, जिसके पास गृह मंत्रालय होगा. वहीं स्पीकर कांग्रेस का होगा. इसके साथ ही कांग्रेस का भी एक डिप्टी सीएम बनाने के फॉर्मूले पर चर्चा की जा रही है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने बिहार में चल रहे सियासी उठापटक पर अपनी राय दी है, उन्होंने कहा कि बिहार ही नहीं आने वाले समय में महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी बदलाव देखने को मिलेगा. लोकतंत्र पर विश्वास रखने वाले राजनीतिक दल एकजुट हुए हैं और जो देश में आपातकालीन स्थिति बनी हुई है उसका जवाब दिया जाएगा.
बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, और लेफ्ट महागठबंधन की नई सरकार के मुख्यमंत्री नीतश कुमार ही होंगे, ऐसे में, तेजस्वी यादव ने कहा कि आरजेडी विधायक दल की बैठक में विधायकों की इच्छा थी कि मैं मुख्यमंत्री बनूं लेकिन बिहार की जनता का जनादेश बतौर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिला था इसलिए हमने उन्हें अपना नेता माना है और वही नई सरकार में मुख्यमंत्री होंगे.
बिहार में अपना CM चाहती है भाजपा, नीतीश कैसे करेंगे सियासी भूचाल का सामना