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बिहार के सियासी जंग की आखिरी लड़ाई, NDA के लिए 24 घंटे भारी

पटना, बिहार की राजनीति के लिए अगले 24 घंटे काफी ख़ास माने जा रहे हैं. दरअसल, नीतीश कुमार के एनडीए से बाहर आने की चर्चाओं के बीच सभी पार्टियां रणनीति बनाने में जुट गई हैं. एक तरफ जहाँ नीतीश कुमार की जेडीयू पार्टी ने मंगलवार को सभी सांसदों, विधायकों और एमएलसी की बैठक बुलाई है. […]

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बिहार के सियासी जंग की आखिरी लड़ाई, NDA के लिए 24 घंटे भारी
  • August 8, 2022 5:21 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

पटना, बिहार की राजनीति के लिए अगले 24 घंटे काफी ख़ास माने जा रहे हैं. दरअसल, नीतीश कुमार के एनडीए से बाहर आने की चर्चाओं के बीच सभी पार्टियां रणनीति बनाने में जुट गई हैं. एक तरफ जहाँ नीतीश कुमार की जेडीयू पार्टी ने मंगलवार को सभी सांसदों, विधायकों और एमएलसी की बैठक बुलाई है. वहीं, दूसरी तरफ आरजेडी ने अपने विधायकों और सांसदों की कल बैठक बुलाई है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने भी अपने विधायकों से पटना में मौजूद रहने के लिए कहा है. वहीं, जीतन राम मांझी ने भी अपनी पार्टी की अहम बैठक बुलाई है.

दरअसल, बिहार में एक बार फिर सियासी उठापटक होने का अंदेशा है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार किसी भी वक्त भाजपा से गठबंधन तोड़ सकते हैं. इतना ही नहीं नीतीश कुमार आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ मिलकर नई सरकार का गठन कर सकते हैं.

नीतीश ने कर ली है सोनिया गाँधी से बात ?

आने वाले 24 घंटे में बिहार की राजनीति की नई दिशा तय हो सकती है, तो दूसरी ओर एनडीए के लिए ये समय बहुत मुश्किल है. जिस तरह से नीतीश कुमार ने लगातार भाजपा से दूरी बनाई है, उससे तो ये संकेत साफ मिल रहे हैं कि नीतीश कुमार ने भाजपा से अलग होने का मन बना लिया है. वहीं, रिपोर्ट्स की मानें तो ये भी कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात भी कर चुके हैं. वे 11 अगस्त तक सोनिया गांधी से मुलाकात भी कर सकते हैं, हालंकि अब तक कुछ भी पूरा तय नहीं हुआ है.

24 घंटे में बदल सकते हैं समीकरण

बिहार में सभी पार्टियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और आगे की रणनीति तय कर रही हैं. वहीं मंगलवार को जेडीयू ने अपने सभी सांसदों, विधायकों और एमएलसी की बैठक बुलाई है. आरजेडी की भी बैठक होने वाली है और कांग्रेस और जीतन राम मांझी ने भी पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुला ली है. हालांकि, भाजपा अभी वेट एंड वॉच की स्थिति में है. भाजपा के विधायक ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ज्ञानू ने इस सियासी हलचल के बीच कहा कि सूबे में एनडीए की सरकार बढ़िया चल रही है और सरकार अच्छे से अपना कार्यकाल पूरा करेगी, कहीं से भी एनडीए में फूट नहीं है. 2025 तक सरकार पूरी तरह स्थिर है, उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सभी विधायकों को यह निर्देश जारी किया है 2024 का लोकसभा और 2025 का विधान सभा चुनाव एनडीए, नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ने वाली है.

जेडीयू ने नीतीश को बताया पीएम चेहरा

जेडीयू भाजपा से बिल्कुल अलग ही सुर छेड़े हुए, भाजपा जहाँ गठबंधन के स्थिर होने की बात कह रही है तो वहीं जेडीयू के नेता नीतीश को प्रधानमंत्री पद का सबसे बड़ा उम्मीदवार बता रहे हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव अली अशरफ फातमी ने कहा, देश में प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार से बड़ा कोई नेता नहीं है. हालांकि, भाजपा से गठबंधन तोड़ने पर उन्होंने कहा कि फिलहाल उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है.

नीतीश कुमार को लेकर क्या बोले मुकेश सहनी?

क्या प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने के लिए नीतीश कुमार के महागठबंधन में जाने पर मुकेश वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि नीतीश कुमार अगर महागठबंधन में शामिल होंगे तो सिर्फ मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं जाएंगे, जब उनके प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने की संभावना तय होगी तभी वो महागठबंधन में जाएंगे. मुकेश सहनी ने कहा कि नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने से बिहार उत्तरप्रदेश और झारखंड की 100 सीटों पर फर्क पड़ना तो तय है.

गठबंधन पर RJD ने क्या कहा ?

RJD नेता मनोज झा ने गठबंधन को लेकर कहा कि बिहार में सरोकार परिवर्तन होना आवश्यक है. सत्ता परिवर्तन के माध्यम से हो या ना हो बीते 48 घंटे में जो हमने देखा है, उससे तमाम बिहार के लोगों को अस्थिर कर दिया है और यही वजह है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी पैनी नज़र बनाए हुए हैं और दोनों ही ओर से बैठकों का दौर जारी है.

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