Rajasthan: जयपुर। राजस्थान के भरतपुर से भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा सांसद रंजीता कोली पर जानलेवा हमला हुआ है। जिसमें सांसद बाल-बाल बची हैं। बताया जा रहा है कि खनन कि माफियाओं ने कोली पर हमला किया है। वहीं सांसद कोली ने कहा है कि उनके ऊपर डंपर चढ़ाने की कोशिश की गई और कार […]
जयपुर। राजस्थान के भरतपुर से भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा सांसद रंजीता कोली पर जानलेवा हमला हुआ है। जिसमें सांसद बाल-बाल बची हैं। बताया जा रहा है कि खनन कि माफियाओं ने कोली पर हमला किया है। वहीं सांसद कोली ने कहा है कि उनके ऊपर डंपर चढ़ाने की कोशिश की गई और कार के शीशे तोड़े गए है। उन्होंने खेतों में भागकर अपनी जान बचाई है।
बीजेपी सांसद कोली ने अपने आधिकारिक हैंडल से एक ट्वीट में लिखा कि भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में अवैध खनन एवं खनन माफिया इस कदर हावी है कि सूचना मिलने पर जब मैं कामां पहुंची तो रात के अंधेरे में अवैध खनन से जुड़ी 100 से भी अधिक गाड़ियां मुझे मौके पर मिली और मेरे द्वारा रोकने पर आज फिर एक बार मुझ पर जानलेवा हमला किया गया।
भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में अवैध खनन एवं खनन माफिया इस कदर हावी है कि सूचना मिलने पर जब मैं कामां पहुंची तो रात के अंधेरे में अवैध खनन से जुड़ी 100 से भी अधिक गाड़ियां मुझे मौके पर मिली और मेरे द्वारा रोकने पर आज फिर एक बार मुझ पर जानलेवा हमला किया गया। pic.twitter.com/IPnJp1LE3D
— Ranjeeta Koli (@RanjeetaKoliMP) August 7, 2022
बता दें कि मीडिया से बात करते हुए भरतपुर सांसद रंजीता कोली ने राजस्थान पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के दो घंटे बाद भी पुलिस वहां नहीं पहुंची। जिसके बाद वो धरने पर बैठ गई हैं। इसके साथ ही कोली ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर भी जमकर हमला बोला है।
बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि मैंने देखा कि लगभग 150 ट्रक ओवरलोडेड थे। जब मैंने उन्हें रोकने की कोशिश तो वो भाग गए। उन्हें लगा कि मैं कार में हूं और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। मेरी कार तोड़ दी। आज मुझे मारा जा सकता था। ये मुझ पर जानलेवा हमला है। लेकिन मैं डरने वाली नहीं हूं।
रंजीता कोली ने दावा किया है कि खनन माफिया ने उनके कार पर हमला किया है। उन्होंने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। बीजेपी सांसद पर हमले को लेकर एएसपी आरएस कविया ने कहा कि सांसद ने हमें बताया कि वो दिल्ली से जा रही थीं, तभी उन्हें ओवरलोड ट्रक दिखाई दिए। उन्होंने ट्रक को रोकने की कोशिश की, जबकि 2-3 ट्रक रुक गए और अन्य भाग गए।