नई दिल्ली, लोकसभा में सोमवार को महंगाई पर चर्चा की गई. इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार बेहद गंभीर है, और कीमतों पर लगाम लगाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूरी दुनिया के मुकाबले भारत में महंगाई बेहतर स्थिति में हैं, सीतारमण […]
नई दिल्ली, लोकसभा में सोमवार को महंगाई पर चर्चा की गई. इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार बेहद गंभीर है, और कीमतों पर लगाम लगाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूरी दुनिया के मुकाबले भारत में महंगाई बेहतर स्थिति में हैं, सीतारमण ने आगे कहा कि सरकार की कोशिश है कि महंगाई दर को 7 फीसदी से नीचे रखा जाए, और सरकार इसमें कामयाब भी रही है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि विपक्ष का सरकार पर आरोप लगाने से पहले एक बार यूपीए सरकार के आंकड़े को याद कर लेना चाहिए. यूपीए के दौरान 9 से 10 फीसदी तक महंगाई दर पहुंच गई थी, इसलिए कांग्रेस को महंगाई के खिलाफ बोलने का कोई हक़ ही नहीं है.
वित्त मंत्री ने कहा कि महंगाई को कम करने के लिए दलहन और तिलहन पर इम्पोर्ट ड्यूटी कटौती की गई है. वहीं, मसूर दाल पर इम्पोर्ट ड्यूटी 30 फीसदी से घटाकर जीरो कर दिया गया है. स्टील के रॉ मेटेरियल कस्टम ड्यूटी में कटौती की गई है, जिसके बाद घरेलू बाजार में स्टील की कीमतों में गिरावट भी देखी गई है.
लोकसभा में वित्त मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में महंगाई है, लेकिन भारत में सिर्फ खाने-पीने की चीजें महंगी होने से महंगाई बढ़ी है. साथ ही पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी का असर भी महंगाई दर पर दिख रहा है. सरकार लगातार महंगाई को 7 फीसदी से नीचे लाने की कोशिश में लगी है.
वहीं, भारत की दूसरे देशों से तुलना पर वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका से तुलना नहीं कर सकते हैं. पाकिस्तान और बांग्लादेश लगातार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से बिलियन डॉलर की मांग कर रहे हैं, बांग्लादेश IMF से 4.5 बिलियन डॉलर मांग , जबकि पाकिस्तान 7 बिलियन डॉलर मांग रहा है, वहीं भारत की बात करें तो अभी भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है.
एक सवाल के जवाब में निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा था कि महंगाई से मुकाबले के लिए RBI अच्छा काम कर रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान के मुकाबले भारत की स्थिति बहुत अच्छी है.