नई दिल्ली, मंकीपॉक्स की वजह से भारत में पहली मौत की पुष्टि की गई है, केरल में जिस 22 साल के शख्स की मौत हुई थी, उसके सैंपल्स लिए गए थे जिसके बाद ये साफ़ हो गया कि शख्स की मौत मंकीपॉक्स की वजह से हुई थी. यह शख्स UAE की यात्रा से लौटा था. […]
नई दिल्ली, मंकीपॉक्स की वजह से भारत में पहली मौत की पुष्टि की गई है, केरल में जिस 22 साल के शख्स की मौत हुई थी, उसके सैंपल्स लिए गए थे जिसके बाद ये साफ़ हो गया कि शख्स की मौत मंकीपॉक्स की वजह से हुई थी. यह शख्स UAE की यात्रा से लौटा था.
अब शख्स की जान मंकीपॉक्स वायरस की वजह से गई है या नहीं, उसका पता लगाने के लिए सैंपल NIV पुणे भेजा गया था. वहां नतीजे पॉजिटिव आए हैं, बता दें 30 जुलाई को शख्स की मौत केरल के Thrissur में हुई थी.
मंकीपॉक्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है. और केंद्र सरकार ने इसके वैक्सीन की तैयारी भी शुरू कर दी है. सरकार इसके लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरस्ट या यूँ कहें एक टेंडर लेकर आई है. ये EoI मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने, उसका पता लगाने (जांच करने) वाली किट के लिए निकाला गया है.
केंद्र सरकार यह EoI यानी टेंडर पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में लाई है. इसमें मंकीपॉक्स वैक्सीन और इसकी जांच किट तैयार की जानी है. अब इच्छुक दवा कंपनी 10 अगस्त तक EoI जमा कर सकती हैं, वैसे बता दें कि मंकीपॉक्स की वैक्सीन पहले से भी मौजूद है.
देश में अब तक मंकीपॉक्स वायरस के चार मामले सामने आ चुके हैं. अभी तक 77 देशों तक ये वायरस फैल चुका है, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है. अब इस बीच सभी के मन में सिर्फ एक सवाल है कि आखिर इस बात का पता कैसे चलेगा कि किसी को मंकीपॉक्स है. अब भारत की ही कंपनी Genes2Me ने एक ऐसा RT-PCR टेस्ट तैयार किया है जिससे 50 मिनट के भीतर इसके सटीक परिणाम आ जाएंगे.