नई दिल्ली : किडनी फेलियर में एक या दोनों किडनी काम करना बंद कर देती है. यह किडनी की गंभीर चोट (Kidney Injury) या एक पुरानी बीमारी के कारण हो सकता है. ऐसा एक दिन में नहीं होता बल्कि धीरे-धीरे आपकी किडनी काम करना बंद कर देती है. पेशाब से पहचानें स्वास्थ्य जब किडनियां हेल्दी […]
नई दिल्ली : किडनी फेलियर में एक या दोनों किडनी काम करना बंद कर देती है. यह किडनी की गंभीर चोट (Kidney Injury) या एक पुरानी बीमारी के कारण हो सकता है. ऐसा एक दिन में नहीं होता बल्कि धीरे-धीरे आपकी किडनी काम करना बंद कर देती है.
जब किडनियां हेल्दी होती हैं, तो वह शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ, खनिज और अपशिष्ट हटाकर खून को साफ करने का काम करती हैं, लेकिन जब किडनी फेल हो जाती हैं, तो शरीर में हानिकारक अपशिष्ट बनते हैं और अतिरिक्त तरल पदार्थ बना रहता है, जिस कारण मूत्र का रंग (Urine Color) और मात्रा बदल भी बदल जाती है. ऐसे में आपका पेशाब आपकी किडनी की स्थिति को बता सकता है. कई बार पेशाब का रंग भी आपके शरीर से जुड़े हेल्थ का सुराग देता है. आइये आपको बताते हैं कि कैसे आप आने पेशाब के रंग से पता कर सकते हैं कि आपकी किडनी कितनी स्वस्थ है.
अगर आपके पेशाब का रंग साफ या हल्का पीला है तो आप अच्छी तरह से हाइड्रेटेड हैं और खूब पानी और तरल पदार्थ पी रहे हैं! हल्का पीला रंग सामान्य माना जाता है. इसका अर्थ है कि आपकी किडनियां और स्वास्थ्य बिल्कुल सही है.
अगर पेशाब का रंग गहरा पीला है तो समझ जाएं कि आप डिहाइड्रेट हैं. इसका मतलब ये कि आपको पानी पीने की सख्त जरूरत है. बिना पानी के आपकी किडनियां डैमेज हो सकती हैं.
कुछ फूड्स के कारण ऐसा हो सकता है या यह आपके पेशाब में खून आने से भी ऐसा हो सकता है. आपको इस स्थिति में टेस्ट करवाना चाहिए.
शरीर पाचन के दौरान आपका शरीर उन रंगों को अवशोषित नहीं कर पाता है तो कुछ फूड्स के रंग आपके मूत्र को नीला कर सकते हैं.
झागदार या फिजी मूत्र प्रोटीन का संकेत देता है. पेशाब में प्रोटीन किडनी की बीमारी का प्रारंभिक संकेत होता है, इसलिए प्रोटीन की जांच करवाएं और अपने डॉक्टर से यूरिनलिसिस करने के लिए कहें.
बता दें, आमतौर पर किडनी की बीमारी में कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देता है, इसलिए यह जानने का एकमात्र तरीका टेस्ट करवाना है. अगर आपका पेशाब ठीक दिखता है, तो इस स्थिति में भी आपको किडनी की समस्या हो सकती है.