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नीतीश से तल्खी के बीच भाजपा की बड़ी बैठक, क्या होगी रणनीति?

पटना, बिहार की सियासत में भाजपा किसी बैसाखी के सहारे के बजाय अपने खुद के दम पर खड़े होने की दिशा में अपने कदम बढ़ा रही है. भाजपा ने बिहार में पहली बार अपने सभी सात मोर्चों की संयुक्त राष्ट्रीय कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक 30-31 जुलाई को रखी है, इस बैठक में देश भर […]

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नीतीश से तल्खी के बीच भाजपा की बड़ी बैठक, क्या होगी रणनीति?
  • July 29, 2022 9:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

पटना, बिहार की सियासत में भाजपा किसी बैसाखी के सहारे के बजाय अपने खुद के दम पर खड़े होने की दिशा में अपने कदम बढ़ा रही है. भाजपा ने बिहार में पहली बार अपने सभी सात मोर्चों की संयुक्त राष्ट्रीय कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक 30-31 जुलाई को रखी है, इस बैठक में देश भर से 700 प्रतिनिधि शामिल होंगे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष तक शिरकत करने वाले हैं.

ये लोग होंगे शामिल

भाजपा की केंद्रीय फ्रंट संगठनों की संयुक्त बैठक में किसान मोर्चा, महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष, महासचिव और अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे. साथ ही भाजपा ने 28-29 जुलाई को बिहार की सभी 200 विधानसभा सीटों पर अपने नेताओं को भेजने की तैयारी की है ताकि लोगों तक ज्यादा पहुँच बढ़ाई जा सके. वहीं, भाजपा की यह कवायद ऐसे समय हो रही है जब बिहार में उसकी सहयोगी जेडीयू के साथ रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं.

बताया जा रहा है कि करीब 10 साल के बाद भाजपा बिहार के पटना में किसी बड़े कार्यक्रम का आयोजन रही है, ऐसे में पटना के ज्ञान भवन में होने वाले भाजपा के राष्ट्रीय मोर्चो की संयुक्त कार्यकारिणी की बैठक में देश भर से पार्टी नेता और कार्यकर्ता शामिल होने वाले हैं. जेपी नड्डा 30 जुलाई शनिवार को इस बैठक का उद्घाटन करेंगे तो वहीं अमित शाह 31 जुलाई रविवार को कार्यक्रम के समापन में शामिल होंगे. राष्ट्रीय मोर्चो की संयुक्त बैठक के दौरान कुल 12 सत्र रखे गए हैं, जिसमें एक प्रशिक्षण सत्र और सामाजिक-राजनीतिक विषय पर चर्चा की जाएगी.

भाजपा का मिशन 2025

वहीं, भाजपा इसी राष्ट्रीय मोर्चो की संयुक्त कार्यकारिणी की बैठक के बहाने बिहार में अपनी सोशल इंजीनियरिंग को मजबूत करने की रणनीति भी बनाएगी, इस दिशा में भाजपा राष्ट्रीय स्तर के नेताओं और पदाधिकारियों को 28-29 जुलाई के दौरान पूरे बिहार के 200 विधानसभा क्षेत्रों में दो दिन का प्रवास करवा रही है. भाजपा ने 2025 में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों की तैयारी के तहत ये रूपरेखा तैयार की है.

 

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