World Athletics Championships: नई दिल्ली। भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। पहले उन्होंने ओलंपिक के एथलेटिक्स में गोल्ड जीतकर भारत के 120 साल के मेडल के सूखे को खत्म किया था, अब उन्होंने 19 साल बाद भारत को वर्ल्ड एथलेटिक्स में मेडल दिलाया है। नीरज ने […]
नई दिल्ली। भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। पहले उन्होंने ओलंपिक के एथलेटिक्स में गोल्ड जीतकर भारत के 120 साल के मेडल के सूखे को खत्म किया था, अब उन्होंने 19 साल बाद भारत को वर्ल्ड एथलेटिक्स में मेडल दिलाया है। नीरज ने 88.13 मीटर भाला फेंक कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया है।
बता दें कि नीरज चोपड़ा से पहले अंजू बेबी जॉर्ज ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मेडल जीता था। नीरज ने अपने पहले थ्रो की शुरूआत फाउल के साथ की और दूसरे प्रयास में उन्होंने 82.39 मीटर का स्कोर किया। वो फाइनल में काफी पीछे चल रहे थे। लेकिन इसके बाद तीसरे अटेम्प्ट में उन्होंने 86.37 मीटर थ्रो किया और चौथे अटेम्प्ट में नीरज ने 88.13 मीटर दूर भाला फेंककर सिल्वर अपने नाम किया।
गौरतलब है कि वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहले नंबर पर एंडरसन पीटर्स रहे, उन्होंने एकतरफा प्रदर्शन करते हुए अपने शुरुआती दोनों अटेम्प्ट में 90 मीटर के पार भाला फेंककर गोल्ड हासिल किया है। उन्होंने पहले राउंड में 90.21 मीटर और दूसरे राउंड में 90.46 मीटर भाला फेंका। पीटर्स ने गोल्ड जीतकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि वर्ल्ड में फिलहाल वो ही जैवलिन थ्रो में नंबर-1 खिलाड़ी हैं।
जापान के टोक्यो ओलिंपिक के चैंपियन की फॉर्म को देखते हुए उनसे लगातार उम्मीद की जा रही थी। और अब वो विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक दिलाने वाले पहले पुरुष एथलीट बन चुके हैं। इस स्टार खिलाड़ी के अलावा भारत के रोहित यादव ने भी फाइनल में जगह बनाई थी। रोहित ने फाइनल में जाने के लिए अपने प्रयास में 80.42 मीटर की दूरी तय की। लेकिन वो फाइनल में पदक नहीं जीत पाए।
विश्व एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 24 साल के नीरज के अलावा 34 अन्य एथलीट शामिल हुए थे। सभी एथलीट्स को दो ग्रुप में रखा गया था। नीरज को पहले ग्रुप में रखा गया था, जबकि रोहित को ग्रुप बी में रखा गया था। नीरज ने फाइनल में जगह बनाने के लिए अपने करियर का तीसरा बेस्ट थ्रो किया था। नीरज और रोहित के साथ कुल 12 खिलाड़ियों ने जैवलिन थ्रो के फाइनल में जगह बनाई थी। चेक गणराज्य के एथलेटिक्स जाकुब वादलेज्च ने भी पहली ही कोशिश में 85.23 मीटर दूर भाला फैंका।