नई दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब मंकिपॉक्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ इमरजेंसी यानी अन्तर्राष्ट्रीय चिंता की जन स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित कर दी है. बता दें, भारत में भी अभी तक मंकिपॉक्स के कुल तीन मामले मिले हैं. अमेरिका में भी मंकिपॉक्स के दो नए मामलों की पुष्टि की […]
नई दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब मंकिपॉक्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ इमरजेंसी यानी अन्तर्राष्ट्रीय चिंता की जन स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित कर दी है. बता दें, भारत में भी अभी तक मंकिपॉक्स के कुल तीन मामले मिले हैं. अमेरिका में भी मंकिपॉक्स के दो नए मामलों की पुष्टि की गई है. कोरोना के समय में मंकिपॉक्स के खतरे से पहले ही सचेत रहने की आवश्यकता है. इसी बीच WHO ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित कर दिया है. बता दें, भारत सरकार पहले से ही इसे लेकर सतर्क मोड पर चल रही है. जहां राजधानी दिल्ली में तो इसके लिए विशेष स्वास्थ्य केंद्र भी बना दिया गया है. दिल्ली में एलएनजेपी अस्पताल को इसके इलाज के लिए समर्पित किया गया है.
Statement of the 2nd meeting of the International Health Regulations Emergency Committee on the multi-country outbreak of #monkeypox https://t.co/ShX3dlF030 pic.twitter.com/GsYzkZzO93
— World Health Organization (WHO) (@WHO) July 23, 2022
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि 35 वर्षीय शख्स में मंकीपॉक्स मामले की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि शख्स संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा कर मल्लपुरम लौटा था. उसे बुखार के बाद 13 जुलाई को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, इसके बाद 15 जुलाई से मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आने लगे थे. भारत में पहला मामला 14 जुलाई को सामने आया था, ये मामला भी केरल में ही मिला था. उस दौरान भी शख्स संयुक्त अरब अमीरत से से यात्रा कर भारत लौटा था. इसके बाद देश में मंकीपॉक्स का दूसरा मरीज 18 जुलाई को मिला था, 31 वर्षीय मरीज का अस्पातल में इलाज किया जा रहा है. भारत में अभी तक कुल 3 मामले मिले हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक मंकीपॉक्स के केस अब तक 63 देशों में पाए जा चुके हैं और अब तक 9 हजार से ज्यादा लोग संक्रिमित हो चुके हैं. मई के बाद यह वायरस बहुत तेजी से फैला है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह बीमारी ऑर्थोपॉक्स वायरस जीनस से संबंधित है, मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक से मिलते जुलते हैं, इसमें सिरदर्द, बुखार, थकावट, शरीर में दर्द, ठंड लगाना, शरीर पर छाले निकलना आदि शामिल है.
बीते दिन, विजयवाड़ा में एक बच्चे में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखे थे, इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया, राहत की बात ये है कि इस बच्चे में मंकीपॉक्स की पुष्टि नहीं हुई.
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