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लुलु मॉल की तरह प्रयागराज जंक्शन के वेटिंग रूम में भी पढ़ी गई नमाज

लखनऊ। सूबे की राजधानी लुलु मॉल के बाद अब प्रयागराज जंक्शन पर भी नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने वेटिंग रूम में नमाज पढ़ी गई है। नमाज पढ़ने के दौरान GRP-RPF के जवान भी वहीं पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने उन्हें नहीं रोका। नमाज पढ़ने के […]

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लुलु मॉल की तरह प्रयागराज जंक्शन के वेटिंग रूम में भी पढ़ी गई नमाज
  • July 22, 2022 2:35 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ। सूबे की राजधानी लुलु मॉल के बाद अब प्रयागराज जंक्शन पर भी नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने वेटिंग रूम में नमाज पढ़ी गई है। नमाज पढ़ने के दौरान GRP-RPF के जवान भी वहीं पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने उन्हें नहीं रोका। नमाज पढ़ने के बाद इसका वीडियो भी सामने आ रहा है। इसमें एक मौलाना नमाज पढ़वाते हुए स्पष्ट दिख रहा है। आगे मौलवी नमाज पढ़ रहा है और उसके पीछे खड़े करीब 15 लोग भी नमाज पढ़ते दिख रहे हैं।

ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोप में ट्रेन से उतारा गया

मिली जानकारी के मुताबिक, 15 नाबालिग समेत कुल 31 लोगों को ह्यूमन ट्रैफिकिंग की शिकायत पर महानंदा एक्सप्रेस से प्रयागराज में उतारा गया था। फिलहाल नाबालिग बच्चों को बाल सुधार गृह में भेजा गया है। मौलाना से लगातार पूछताछ जारी है। वहीं जिले के पुलिस की जांच अभी जारी है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक जगहों पर पूजा-पाठ और धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगा हुआ है।

मानव तस्करी की थी जानकारी

बीती गुरुवार रात को प्रयागराज के GRP-RPF को बचपन बचाओ संस्था ने मानव तस्करी की जानकारी दी गई थी। महानंद एक्सप्रेस ट्रेन से बच्चों को देश की राजधानी दिल्ली ले जाने का मैसेज था। प्रयागराज जंक्शन पर ट्रेन के आते ही 15 बच्चों समेत 31 लोगों को ट्रेन से नीचे उतारा गया। और पूछताछ के लिए इनको वेटिंग रूम में ले जाया गया।

15 मिनट तक पढ़ी गई नमाज

बता दें की पूछताछ के बाद इसी वेटिंग रूम में नमाज की जाने लगी। एक मदरसे के मौलवी अब्दुल रब ने करीब 15 मिनट तक अपने साथियों को नमाज पढ़वाया। यहां कुछ और यात्री भी मौजूद थे। जिन्होंने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियों बना लिया।

CWC के अध्यक्ष ने की पूछताछ

मानव तस्करी की जानकारी पर CWC यानी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश मिश्र जंक्शन पहुंचे। उन्होंने उन सभी लोगों से पूछताछ की। ये लोग सही जानकारी देने के बजाय उनको गुमराह करने की कोशिश करने लगे। डॉ. अखिलेश के अनुसार यह बात सामने आ रही है कि इन्हें सुल्तानपुर घोष के जामिया दारे अकरम मदरसे से राजधानी दिल्ली ले जाया जा रहा था। इन ग्रुप में से कुछ बच्चों की उम्र 8 से 10 साल के बीच है।

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