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Sri Lanka: श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री बने दिनेश गुणावर्धने, राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने दिलाई शपथ

Sri Lanka: नई दिल्ली। आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को अब राष्ट्रपति के बाद नया प्रधानमंत्री भी मिल गया है। वरिष्ठ नेता दिनेश गुणवर्धने ने आज श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है। उन्हें राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शपथ दिलाई है। दिनेश गुणवर्धने को श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त […]

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Sri Lanka: श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री बने दिनेश गुणावर्धने, राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने दिलाई शपथ
  • July 22, 2022 1:49 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

Sri Lanka:

नई दिल्ली। आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को अब राष्ट्रपति के बाद नया प्रधानमंत्री भी मिल गया है। वरिष्ठ नेता दिनेश गुणवर्धने ने आज श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है। उन्हें राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शपथ दिलाई है।

राजपक्षे परिवार के है करीबी

दिनेश गुणवर्धने को श्रीलंका की राजनीति में बेहद ताकतवर माने जाने वाले राजपक्षे परिवार का बेहद करीबी माना जाता है। वे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के कार्यकाल के दौरान देश के गृह मंत्री भी रह चुके है। इसके साथ ही वो विदेश मंत्री और शिक्षा मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

विक्रमसिंघे के हाथ में देश की कमान

इससे पहले गुरूवार को श्रीलंका के नए राष्ट्रपति के रूप में रानिल विक्रमसिंघे ने शपथ ले ली। उन्होंने एक सादे कार्यक्रम में पद और गोपनीयता की शपथ ली। उनके राष्ट्रापति के चुनाव जीतने के बाद अब राजधानी कोलंबो में प्रदर्शनकारी फिर से सड़क पर उतर गए है।

राष्ट्रपति चुनाव में मिली आसान जीत

बता दें कि बुधवार को हुए श्रीलंका के नए राष्ट्रपति के चुनाव में कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने आसान जीत दर्ज की। विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा के नाम वापस लेने के बाद इस चुनाव में सिर्फ दो ही मुख्य उम्मीदवार बचे थे। जिसमें एक राजपक्षे परिवार के करीबी और कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे थे और दूसरा नाम सांसद डलास अलाहाप्पेरूमा का था। जिसमें विक्रम सिंघे ने 134 मत हासिल करते हुए आसान जीत दर्ज की।

विपक्षी नेता की भारत से मदद की अपील

गौरतलब है कि श्रीलंका की विपक्षी पार्टी के नेता साजिथ प्रेमदासा ने मंगलवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि श्रीलंका का राष्ट्रपति चाहे कोई भी बने लेकिन भारत को इस मुश्किल वक्त में अपने पड़ोसी की मदद जारी रखना चाहिए। देश के इतिहास के सबसे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका को लगातार मदद करने वाला इस वक्त सिर्फ भारत ही एकमात्र देश है। यही वजह है कि श्रीलंका की जनता और वहां को राजनेता लगातार भारत से मदद की अपील कर रहे हैं।

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