नई दिल्ली: आजादी के दौरान भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ था. उस समय लाखों लोगों को इसके दर्द का दंश झेलना पड़ा था. कई लोग अपने घरों को छोड़ पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा था। इसी सब लोगों में से एक रीना वर्मा भी थीं, जिनका परिवार पुणे में आकर रहने लगा था। […]
नई दिल्ली: आजादी के दौरान भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ था. उस समय लाखों लोगों को इसके दर्द का दंश झेलना पड़ा था. कई लोग अपने घरों को छोड़ पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा था। इसी सब लोगों में से एक रीना वर्मा भी थीं, जिनका परिवार पुणे में आकर रहने लगा था। उस समय वह 14 वर्ष की थीं, अब इतने वर्षों बात वह अपने घर लौटीं जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आइए आपको बताते हैं रीना के घर वापसी की कहानी और वीडियो के बारे में.
महाराष्ट्र के पुणे की रहने वाली 90 वर्षीय रीना वर्मा छिब्बर 75 साल बाद अपने पुश्तैनी घर पहुंची हैं। वे अटारी से होते हुए पाक के लिए रवाना हुई हैं।पाकिस्तान सरकार ने सद्भावना के चलते रीना वर्मा को पाकिस्तान का 3 माह का वीजा दिया है। जन्मस्थान जाने के लिए रीना ने कई बार कोशिश की है और कई बार पाक उच्चायोग से वीजा आवेदन किया था। लेकिन कई सालों तक उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिल सकी थी।
जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले ही एक पोस्ट अपलोड कर उन्होंने एक बार फिर अपने पैतृक घर जाने की इच्छा जाहिर की थी। यह पोस्ट पाकिस्तानी नागरिक सज्जाद हैदर ने देखी और रीना से संपर्क किया। उनके कहने पर सज्जाद ने रावलपिंडी स्थित उनके घर की कुछ फोटो भी सोशल मीडिया के जरिए उन्हें भेजी। इसके बाद रीना वर्मा का संपर्क पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी से हुआ और उन्हें जाने का मौका मिल गया।
रीना ने अपने माता-पिता और पांच भाई-बहन के साथ बिताए इन पलों को याद करते हुए कई घंटे अंदर बिताए. उन्होंने कहा कि मैं यह देखकर बहुत खुश हूं कि घर अभी भी बरकरार है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रीना का जन्म रावलपिंडी में हुआ था। उनका वो पुश्तैनी घर देवी कॉलेज रोड पर था। वहीं के माडर्न स्कूल में शिक्षा प्राप्त की। उनके भाई और बहन ने भी उसी स्कूल में शिक्षा हासिल की।
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