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लखनऊ की नाराज़गी लेकर दिल्ली पहुंचे जितिन प्रसाद, नहीं मिला हाईकमान से समय

लखनऊ, यूपी में लोक निर्माण विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग में गड़बड़ी के बाद मंत्री जितिन प्रसाद चर्चा में आ गए हैं. बुधवार को मंत्री प्रसाद लखनऊ से दिल्ली पहुंचे, वे यहाँ केंद्रीय नेताओं से मिलने आए थे, हालांकि, उन्हें हाईकमान के किसी नेता ने उन्हें मुलाकात का समय नहीं दिया. बाद में जितिन प्रसाद ने एक […]

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लखनऊ की नाराज़गी लेकर दिल्ली पहुंचे जितिन प्रसाद, नहीं मिला हाईकमान से समय
  • July 20, 2022 11:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ, यूपी में लोक निर्माण विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग में गड़बड़ी के बाद मंत्री जितिन प्रसाद चर्चा में आ गए हैं. बुधवार को मंत्री प्रसाद लखनऊ से दिल्ली पहुंचे, वे यहाँ केंद्रीय नेताओं से मिलने आए थे, हालांकि, उन्हें हाईकमान के किसी नेता ने उन्हें मुलाकात का समय नहीं दिया. बाद में जितिन प्रसाद ने एक बयान में कहा कि मैं किसी तरह परेशान नहीं हूं, अगर किसी विभाग में गड़बड़ी पाई जाएगी तो इसके खिलाफ कार्रवाई होगी. उन्होंने योगी आदित्यनाथ की अगुआई वाली सरकार में काम करने का भरोसा भी दिया और कहा कि उन्हें कोई परेशानी नहीं है.

हटाए गए OSD

बता दें कि यूपी में लोक निर्माण विभाग के तबादलों में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर कई अधिकारियों और मंत्री के OSD समेत विभाग के HOD के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की गई. इस घटनाक्रम के बाद जितिन प्रसाद असहज नज़र आ रहे हैं. उन्होंने एक दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की. हालांकि, इस दौरान उन्होंने किसी तरह का बयान नहीं दिया, माना जा रहा था कि जितिन प्रसाद पार्टी से नाराज चल रहे हैं.

इसी बीच, खबरें आई हैं कि जितिन प्रसाद को पार्टी हाईकमान ने दिल्ली तलब कर लिया। यही वजह है कि वे बुधवार को दिल्ली पहुंचे और आला नेताओं से मुलाकात करने की खबरें आने लगीं. हालांकि, देर शाम यह स्पष्ट हो गया कि जितिन प्रसाद की दिल्ली में किसी नेता से मुलाकात नहीं हो पाई है.

तबादला नीति की अनदेखी

बता दें कि योगी सरकार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद एक नई तबादला नीति लाइ थी, इस नीति के तहत समूह-ख और ग के अधिकारी और कर्मचारी एक जिले में 3 साल और एक मंडल में 7 साल से ज्यादा नहीं रह सकते हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग से लेकर शिक्षा विभाग और लोक निर्माण विभाग तक में अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले हुए हैं, लेकिन योगी सरकार की तबादला नीति की कई विभागों में अनदेखी किए जाने का भी मामला सामने आया है.

 

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