भोपाल, मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा का चुनाव होने वाला है, उससे पहले राज्य में हुए निकाय चुनाव को सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. नगर निगम चुनाव के नतीजे यह बताते हैं कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दबदबा अब भी कायम है. हालांकि, इस चुनाव में कांग्रेस को […]
भोपाल, मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा का चुनाव होने वाला है, उससे पहले राज्य में हुए निकाय चुनाव को सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. नगर निगम चुनाव के नतीजे यह बताते हैं कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दबदबा अब भी कायम है. हालांकि, इस चुनाव में कांग्रेस को भी जश्न मनाने के मौके मिले हैं और कांग्रेस जश्न मनाते नज़र भी आ रही है. देखा जाए तो कई जगहों पर कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी और कई जगहों पर तो पटखनी भी दे दी, इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने भी यहाँ अपनी दस्तक दे दी है.
पहले चरण में जब वोटों की गिनती हुई थी तब परिणामों में यह सामने आया था कि भाजपा ने 11 में से 7 नगर निगम में अपने महापौर बनाने में सफल रही है, वहीं पिछली बार सभी 16 नगर निगमों पर बीजेपी का ही कब्जा था, लेकिन, इस बार उसके हाथ से 7 नगर निगम फिसल गए. इस बार ग्वालियर, रीवा, छिंदवाड़ा, जबलपुर और मुरैना में कांग्रेस ने जीत हासिल की है. जबकि, कटनी में निर्दलीय उम्मीदवार और सिंगरौली में आप की महापौर प्रत्याशी ने सफलता पाई है.
दूसरे चरण में भी भाजपा के लिए अच्छी खबर है भाजपा का दबदबा अब भी कायम है लेकिन इन चुनाव नतीजों ने कांग्रेस पार्टी को भी जश्न मनाने के कई मौके दिए हैं, बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है जब जब कांग्रेस ने राज्य में कुल मिलाकर 5 नगर निगमों में सफलता पाई है.
पहले चरण की गिनती के बाद यह तस्वीऱ साफ हुई थी कि खंडवा से अमृता यादव, बुराहनपुर से माधुरी पटेल, उज्जैन से मुकेश टटवाल, सागर से संगीता तिवारी, सतना से योगेश ताम्रकार चुनाव जीते थे, इसके अलावा भोपाल और इंदौर में भी भाजपा प्रत्याशियों ने सफलता हासिल की. जबकि कांग्रेस से छिंदवाड़ा में अनंत धुर्वे मेयर का चुनाव जीते है और सिंगरौली से आम आदमी पार्टी की रानी अग्रवाल मेयर बनी हैं.
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