नई दिल्ली, देश का अगला राष्ट्रपति चुनने के लिए 18 जुलाई यानी कल मतदान होना है. नया राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही है वैसे ही जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है. सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को विपक्ष के भी कई दलों का […]
नई दिल्ली, देश का अगला राष्ट्रपति चुनने के लिए 18 जुलाई यानी कल मतदान होना है. नया राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही है वैसे ही जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है. सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को विपक्ष के भी कई दलों का साथ मिल गया है वहीं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा भी राजनीतिक दलों को अपनी ओर करने में पूरा एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं.
राष्ट्रपति चुनाव धीरे-धीरे अब बहुत करीब आ गया है, द्रौपदी मुर्मू की जीत लगभग तय है. वहीं, बिहार की विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने यशवंत सिन्हा का खुलकर समर्थन करते हुए कुछ ऐसा बोल दिया जिसकी वजह से अब उन्हें ट्रोल किया जा रहा है. बिहार की विधानसभा में विपक्ष के नेता और आरजेडी के विधायक तेजस्वी यादव ने यशवंत सिन्हा का खुलकर समर्थन करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति भवन में किसी मूर्ति की जरूरत नहीं है, हम राष्ट्रपति चुनने जा रहे हैं कोई मूर्ति नहीं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजस्वी यादव ने ये भी कहा कि “आपने यशवंत सिन्हा को बोलते ज़रूर सुना होगा, छोटी मुंह बड़ी बात बोलनी तो नहीं चाहिए लेकिन एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को आपने कभी बोलते नहीं सुना होगा.” उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी द्रौपदी मुर्मू के मुँह से कुछ नहीं सुना है. तेजस्वी यादव ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर कहा कि जबसे उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है, उन्होंने एक भी प्रेस वार्ता नहीं की है और न ही कहीं कुछ कहा है.
भाजपा ने राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के रूप में आदिवासी महिला को उतारकर बड़ा दांव खेला है. भाजपा के इस दांव से विपक्ष का समीकरण बिगड़ता नज़र आ रहा है. एनडीए के अलावा कई पार्टियों ने मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया है, शिवसेना, झारखंड मुक्ति मोर्चा, सुभासपा, बीजू जनता दल और अकाली दल जैसी पार्टियां भी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर रहे हैं.