Parliament House: नई दिल्ली। संसद में इस्तेमाल होने वाले कई शब्दों को असंसदीय करार दिए जाने पर राजनीतिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच अब एक और रोक की बात सामने आई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज एक आदेश को ट्विटर पर शेयर किया है, […]
नई दिल्ली। संसद में इस्तेमाल होने वाले कई शब्दों को असंसदीय करार दिए जाने पर राजनीतिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच अब एक और रोक की बात सामने आई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज एक आदेश को ट्विटर पर शेयर किया है, जिसमें लिखा गया है कि अब कोई भी सदस्य संसद परिसर में धरना, हड़ताल और भूख हड़ताल नहीं कर सकेगा। जयराम ने इसे विषगुरु का जयजयकार कहा है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज अपने ट्वीटर हैंडल से संसद के सेक्रेट्री जनरल का एक लेटर शेयर करते हुए लिखा कि विषगुरु का नया जयजयकार… D(h)arna मना है! … बता दें कि कांग्रेस नेता ने जो लेटर शेयर किया है, उसमें ये लिखा गया है कि सांसद अब संसद के परिसर को किसी भी धरना प्रदर्शन, हड़ताल या भूख हड़ताल के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही किसी भी प्रकार के धार्मिक समारोह के आयोजन की भी अनुमति उन्हें नहीं मिलेगी। सभी सदस्यों का सहयोग जरूरी है।
Vishguru's latest salvo — D(h)arna Mana Hai! pic.twitter.com/4tofIxXg7l
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 15, 2022
बता दें कि संसद के सेक्रेट्री जनरल की तरफ से कुछ दिन पहले एक आदेश जारी हुआ था। जिसमें बताया गया था कि कई शब्द ऐसे हैं जिन्हें अब संसद में नहीं बोला जा सकता है और वो शब्द बोलने पर कार्यवाही में शामिल नहीं किए जाएंगे। इन शब्दों में जुमलाजीवी, बाल बुद्धि सांसद, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चाण्डाल चौकड़ी, गुल खिलाए, पिठ्ठू जैसे शब्द शामिल हैं।
गौरतलब है कि नए नियमों को लेकर राजनीति बवाल जारी है। विपक्षी दलों का आरोप है इससे केंद्र सरकार के कामकाज की आलोचना करने की संभावना बेहद कम हो जाएगी। जुमलाजीवी शब्द पर पाबंदी को लेकर सबसे ज्यादा विवाद हो रहा है। कांग्रेस पार्टी ने इसे लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील भी की है।
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