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द्रौपदी मुर्मू का मुंबई दौरा, समर्थन देने के बाद भी नहीं मिला उद्धव को निमंत्रण

नई दिल्ली. आज एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू महाराष्ट्र पहुंची है. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तथा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री पियुष गोयल, नारायण राणे, रामदास आठवले, केंद्रीय राज्यमंत्री भारती ताई पवार, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री विनोद तावडे, सी. टी. रवी, महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत दादा […]

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द्रौपदी मुर्मू का मुंबई दौरा, समर्थन देने के बाद भी नहीं मिला उद्धव को निमंत्रण
  • July 14, 2022 10:34 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. आज एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू महाराष्ट्र पहुंची है. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तथा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री पियुष गोयल, नारायण राणे, रामदास आठवले, केंद्रीय राज्यमंत्री भारती ताई पवार, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री विनोद तावडे, सी. टी. रवी, महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटील की प्रमुख उपस्थिति में एनडीए के सांसद और विधायकों में बड़े ही गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ये साफ कर दिया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध की ओर से राष्ट्र्पति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू उद्धव ठाकरे से मुलाकात के लिए ‘मातोश्री’ नहीं जाएंगी. उधर, ये भी कहा जा रहा है कि उद्धव गुट के शिवसेना के सांसद लगातार भाजपा के साथ इस मसले पर मध्यस्थता कर रहे हैं.

शिवसेना ने दिया मुर्मू को समर्थन

बता दें कि दो दिन पहले ही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि शिवसेना के सांसदों ने मुझ पर कोई दबाव नहीं डाला, लेकिन उन्होंने अनुरोध किया ऐसे में उनके सुझाव को देखते हुए हम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने वाले हैं. उद्धव ने आगे कहा कि हमें खुशी है कि एक अनुसूचित जनजाति की महिला राष्ट्रपति बनने जा रही हैं.

सोमवार को उद्धव ठाकरे वाले शिवसेना गुट की बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी के 19 में से सिर्फ 11 सांसद पहुंचे थे. इनमें से ज्यादातर सांसदों ने उद्धव से अपील की थी कि वे राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का ही समर्थन करें. वहीं संजय राउत का कहना था कि शिवसेना को यशवंत सिन्हा का सपोर्ट करना चाहिए, लेकिन उद्धव ठाकरे ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का फैसला लिया.

 

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