नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीन मैचों की टी-20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया को 17 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में भारत के तीन प्लेयर्स ने बहुत ही खराब प्रदर्शन किया है। ये प्लेयर्स भारतीय टीम के लिए बड़ी बोझ बन चुके हैं। भारत […]
नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीन मैचों की टी-20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया को 17 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में भारत के तीन प्लेयर्स ने बहुत ही खराब प्रदर्शन किया है। ये प्लेयर्स भारतीय टीम के लिए बड़ी बोझ बन चुके हैं।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे टी-20 मुकाबले में भारत को 17 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में आखरी समय तक टीम इंडिया जीतने की बढ़ रही थी। लेकिन भारत के तीन खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन ने इस जीत को हार में बदल दिया। ये खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए एक बड़ी कमजोरी बन चुके हैं। इनकी वजह से कप्तान रोहित शर्मा का इंग्लैंड सीरीज को क्लीन स्वीप का सपना अधूरा ही रह गया। वहीं रोहित के कप्तानी के दौरान यह भारत का पहला हार है।
अपने स्पीड के लिए पहचाने जाने वाले उमरान मलिक को रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टी-20 मैच में मौका दिया, लेकिन वह अपनी गेंदबाजी से कोई कमाल नही दिखा पाए। इंग्लिंश बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ जम कर रन बनाए। उमरान ने अपने 4 ओवर के कोटे में 56 रन देकर 1 विकेट हासिल किया। विकेट लेना तो दूर वह रन बचाने में भी नाकाम साबित हुऐ। तेज गेंदबाजी उमरान के लिए बड़ी ताकत है लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ वह इसको साबित नही कर पाए। उन्होंने अब तक तीन टी-20 मुकाबले खेले हैं इस दौरान उनका गेंदबाजी का औसत 48 का रहा।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली का रन मशीन लंबे समय से खराब हो रखा है। ये खिलाड़ी लंबे अरसे से खराब फॉर्म से जूझ रहा है। उनके बल्ले से रन नही निकल पा रहा है। इसके बावजूद उनको तीसरे टी-20 मुकाबले में शामिल किया गया वहीं आयरलैंड के खिलाफ शानदार शतक लगाने वाले बल्लेबाज दीपक हुड्डा को बेंच पर बिठाया गया। विराट ने इस मैच में 6 गेंदों पर 11 रन बनाए। इस खिलाड़ी के बल्ले से पिछले दो सालों से भी अधिक समय से शतक नही आ पाया है।
टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का प्रदर्शन इस मैच में बहुत ही निराशाजनक रहा। वो बल्ले और गेंद दोनो से फ्लॉप साबित हुए। गेंदबाजी में विकेट नही चटका पाए और बल्ले से रन बने नही। उन्होंने अपने कोटे के 4 ओवर में 45 रन खर्च किए और एक भी विकेट हासिल नही कर सके। जब उनके उपर टीम के लिए रन बनाने की सख्त जरूरत थी तब वो नाव को बीच मंझधार में छोड़ कर चले गए। जडेजा ने इस मैच में सिर्फ 7 रन बनाए और तीसरे टी-20 में हार का सबसे बड़ा कारण बने।