लखनऊ, वृंदावन में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के बाद अब योगी सरकार एक बार फिर एक्शन के मोड में आ गई है और सख्त रुख अपना रही है. योगी सरकार कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने पूरी तैयारी में है. बता दें कि कोविड-19 की […]
लखनऊ, वृंदावन में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के बाद अब योगी सरकार एक बार फिर एक्शन के मोड में आ गई है और सख्त रुख अपना रही है. योगी सरकार कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने पूरी तैयारी में है. बता दें कि कोविड-19 की वजह से दो साल तक बंद रही कांवड़ यात्रा अब फिर से शुरू होने वाली है, इसी कड़ी में यूपी सरकार सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के साथ ही यात्रा के लिए निर्धारित मार्गों पर खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने को कदम उठा रही है.
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय, जिला और पुलिस प्रशासन खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध सुनिश्चित करने के लिए मांस व्यापारियों से संपर्क कर रहा है. शिव भक्तों की आस्था से जुड़ी कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से शुरू होगी और एक पखवाड़े तक चलेगी, गौरतलब है साल 2020 और 2021 में कोविड-19 के प्रकोप के कारण कांवड़ यात्रा आयोजित नहीं की गई थी.
बता दें इस साल 14 से 26 जुलाई तक कांवड़ यात्रा चलेगी, उत्तराखंड की बात करें तो इस बार यहाँ करीब चार करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. लिहाजा, इस बार कोरोना काल के बाद इसका संचालन काफी चुनौती भरा होगा. पूरे कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टर में बांटा जाएगा, जिसमें लगभग नौ से दस हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे.
सुरक्षा व्यवस्था के तहत ड्रोन, पीएसी, सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा, साथ ही सोशल मीडिया की निगरानी भी की जाएगी. आपसी समन्वय के लिए यूपी, हरियाणा और हिमाचल के नोडल अफसर हरिद्वार में बने कांवड़ कंट्रोल रूम में बैठेंगे, वहीं हरिद्वार से दिल्ली-मेरठ वापस जाने के लिए कांवड़ियों को हाईवे के बाएं ओर से भेजा जाएगा और संयुक्त चेकिंग की जाएगी.