नई दिल्ली। एजबेस्टन टेस्ट मैच में हार के साथ ही भारत का इंग्लैंड की धरती पर 15 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी टूट गया। इंग्लैंड ने भारत के झोली में आ रहे जीत के नतीजे को हार में बदला, अब सीरीज 2-2 से बराबर हो गई है। सीरीज का नतीजा 2-2 से […]
नई दिल्ली। एजबेस्टन टेस्ट मैच में हार के साथ ही भारत का इंग्लैंड की धरती पर 15 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी टूट गया। इंग्लैंड ने भारत के झोली में आ रहे जीत के नतीजे को हार में बदला, अब सीरीज 2-2 से बराबर हो गई है।
भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए रिशेड्यूल्ड टेस्ट मैच में भारतीय टीम को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। टीम की इस हार के साथ ही इंग्लैंड की सरजंमी पर 15 साल के बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी टूट गया। इंग्लैंड ने हांथ से निकलती हुई बाजी का नतीजा अपने पक्ष में कर लिया और सीरीज को 2-2 से बराबर कर दिया।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट और बेयरस्टो ने शानदार नाबाद शतक जड़ते हुए भारतीय टीम को 7 विकेट से शिकस्त दी। बेयरस्टो ने 145 गेंदों पर नाबाद 114 रन और रूट ने 173 गेंदों पर नाबाद 142 रनों की पारी खेली, दोनो के बीच नाबाद 250 से ज्यादा रनों की साझेदारी हुई। भारत द्वारा दिए गए 378 रनों के लक्ष्य को इंग्लैंड ने 76.4 ओवर में तीन विकेट खोकर आसानी से प्राप्त कर लिया। इस दौरान भारतीय गेंदबाज केवल तीन ही विकेट ही ले पाए। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा दो विकेट चटकाए।
बता दें की करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म से गुजर रहे इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान जो रूट ने एक बार फिर कमाल की बल्लेबाजी की और 173 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 142 रनों की शानदार पारी खेली। दूसरे छोर पर अनुभवी बल्लेबाज बेयरस्टो ने उनका अच्छा साथ दिया और उन्होनें भी 145 गेदों पर नाबाद 114 रन बनाते हुए अपना एक और टेस्ट शतक पूरा किया। दोनों बल्लेबाज अन्त तक क्रिज पर डटे रहे।
टेस्ट मुकाबले में इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने भारतीय गेंदबाज बेबस नजर आए। इंग्लैंड की दूसरी पारी में 3 विकेट ही गिरे, मुकाबले के पांचवे दिन तो भारत के गेंदबाज एक भी विकेट नही चटका पाए। इंग्लैंड की इस पारी में सबसे ज्यादा विकेट इस टेस्ट मुकाबले की कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह ने लिया जिन्होनें दो विकेट चटकाए।