उदयपुर, राजस्थान के उदयपुर में 28 जून की दोपहर को कन्हैयालाल के बर्बर हत्याकांड के बाद लगी पाबंदियों में अब ढील दी जा रही है, इसके बाद सुबह से ही लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है, यहाँ छूट देने के पीछे का कारण है कि 1 जुलाई को शहर में निकली रथ यात्रा शांतिपूर्ण […]
उदयपुर, राजस्थान के उदयपुर में 28 जून की दोपहर को कन्हैयालाल के बर्बर हत्याकांड के बाद लगी पाबंदियों में अब ढील दी जा रही है, इसके बाद सुबह से ही लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है, यहाँ छूट देने के पीछे का कारण है कि 1 जुलाई को शहर में निकली रथ यात्रा शांतिपूर्ण रही जिसमें किसी प्रकार की कोई अनहोनी नहीं हुई.
शांतिपूर्ण रथयात्रा के बाद जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने आदेश जारी कर दोपहर 12-4 के बीच कर्फ्यू में ढील देने को कहा है, इस आदेश के बाद ही 4 दिन से पाबंदियां झेल रहे लोगों को राहत मिली और लोगों ने सुबह से ही आवाजाही शुरू कर दी.
उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड में राजस्थान सरकार ने एसपी और आईजी को हटाने के बाद अब चार पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. डीजीपी एमएल लाठर ने आदेश जारी कर एएसपी सिटी अशोक मीणा, सर्किल ऑफिसर वेस्ट जितेंद्र आंचलिया, सर्किल ऑफिसर ईस्ट जरनैल सिंह और सूरजपोल एसएचओ लीलाधर मालवीय को सस्पेंड कर दिया.
इन अधिकारियों को इसलिए सस्पेंड किया गया है क्योंकि कन्हैयालाल की ही तरह एक व्यापारी को हत्या की धमकी मिलने के बावजदू पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. दरअसल, व्यापारी को भी नुपूर शर्मा मामले में गिरफ्तार करने के बाद बेल गई थी और बार-बार उसी तरह धमकियां मिल रही थीं, जैसे कन्हैयालाल को मिली थीं. इसके बाद उस व्यापारी ने दुकान बंद करके शहर छोड़ दिया था, बताया जा रहा है कि कन्हैया के हत्यारे उसे भी मारने के की फिराक में थे.
वहीं रिपोर्ट्स की मानें तो शनिवार को शहर के एएसपी भी हटाए जा सकते हैं. इस मामले में पहले ही धानमंडी एएसएचओ गोविंद सिंह और एएसआई भंवरलाल को सस्पेंड किया जा चुका है.
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