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महाराष्ट्र: संजय राउत बोले-शिवसेना सत्ता के लिए नहीं, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है

महाराष्ट्र: मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में बुधवार रात वही हुआ जिसे लेकर कई दिनों से अटकले लगाई जा रही थी। शिवसेना के 39 विधायकों के बागी होने के बाद आखिरकार उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के ऐलान के साथ ही महाविकास अघाड़ी सरकार का भी अंत हो गया। इसी […]

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महाराष्ट्र: संजय राउत बोले-शिवसेना सत्ता के लिए नहीं, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है
  • June 30, 2022 11:57 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

महाराष्ट्र:

मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में बुधवार रात वही हुआ जिसे लेकर कई दिनों से अटकले लगाई जा रही थी। शिवसेना के 39 विधायकों के बागी होने के बाद आखिरकार उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के ऐलान के साथ ही महाविकास अघाड़ी सरकार का भी अंत हो गया। इसी बीच आज शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत मीडिया के सामने आए और अपनी बात रखी है। राउत ने कहा कि शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई है, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है।

फिर से अपने दम पर वापसी करेंगे

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई है, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है। ये हमेशा से बालासाहेब ठाकरे का मंत्र रहा है। हम काम करेंगे और एक बार फिर अपने दम पर सत्ता में आएंगे।

उद्धव नैतिकता की राजनीति करने वाले नेता

संजय राउत ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल रात को इस्तीफा दिया। सर्वोच्च न्यायालय से जिस तरह का फैसला आया, उसके बाद उनके लिए पद पर रहना उचित नहीं था। वो बहुत ही नैतिकता की राजनीति करने वाले नेता हैं। 2.5 साल तक उद्धव जी के नेतृत्व में सरकार चली, लेकिन उन्होंने जाते-जाते ये बात कही कि हमारे ही लोगों ने मुझसे गद्दारी की इसलिए अब मैं ये सरकार नहीं चला सकता हूं।

सोनिया-शरद को उनपर भरोसा है

शिवसेना नेता ने कहा कि कल जब उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया तो हम भावुक हो गए। उद्धव ठाकरे पर सभी को भरोसा है। हर जाति और धर्म के लोग उनका समर्थन करते हैं। सोनिया गांधी और शरद पवार को उन पर भरोसा है।

हिंदुत्व के मुद्दे पर अडिग है शिवसेना

शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया है कि महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कैबिनेट ने बुधवार रात इस्तीफे से पहले कुछ शहरों और एक हवाई अड्डे का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित किया। इससे पता चलता है कि शिवेसना अभी भी हिन्दुत्व के मुद्दे पर अडिग है।

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