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उदयपुर हत्याकांड : उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट, जुलूस निकालने पर रोक

लखनऊ : राजस्थान की राजधानी उदयपुर में दर्ज़ी कन्हैयालाल की हत्या के बाद पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. उत्तर प्रदेश पुलिस-प्रशासन भी अब अलर्ट पर है. यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया, ‘इस समय उत्तर प्रदेश में उदयपुर की घटना की आड़ में कोई भी जुलूस निकालना प्रतिबंधित किया […]

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उदयपुर हत्याकांड : उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट, जुलूस निकालने पर रोक
  • June 29, 2022 6:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ : राजस्थान की राजधानी उदयपुर में दर्ज़ी कन्हैयालाल की हत्या के बाद पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. उत्तर प्रदेश पुलिस-प्रशासन भी अब अलर्ट पर है. यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया, ‘इस समय उत्तर प्रदेश में उदयपुर की घटना की आड़ में कोई भी जुलूस निकालना प्रतिबंधित किया गया है. कोई भी संगठन ज्ञापन देना चाहता है तो उसके दफ्तर जाकर हमारे अधिकारी ज्ञापन ले लेंगे. मंगलवार को मचे इस पूरे बवाल के बाद कल रात से ही ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है.’ बता दें, इस समय राजस्थान में भी अगले एक महीने के लिए धारा 144 लागू की गई है.

हत्यारों ने जारी किया वीडियो

बता दें, बीते मंगलवार राजस्थान के उदयपुर में दर्ज़ी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई थी. आरोपियों ने इस हत्या को करने से पहले वीडियो बनाया, हत्या करते समय वीडियो बनाया और हत्या को कबूल करते हुए भी एक वीडियो बनाया. जहां हत्यारें इन वीडियोज़ में पीएम नरेंद्र मोदी को भी धमकाते नज़र आए थे. इस हत्याकांड के पीछे कारण बस इतना था कि मृतक कन्हैयालाल के आठ वर्षीय बेटे ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट से भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के खिलाफ पोस्ट कर दिया था. जानकारी के मुताबिक कन्हैयालाल को करीब 10 दिनों से हत्या की धमकी दी जा रही थी जिसके बाद भी पुलिस इस मामले में कोई कड़ा एक्शन लेती नज़र नहीं आई और कन्हैयालाल की बेरहमी से सरेआम हत्या कर दी गई.

10 दिन पहले मिली थी धमकी

प्रदेश सरकार अब मृतक कन्हैयालाल के परिजनों को 31 लाख रुपये का मुआवज़ा देगी. इसके अलावा परिवार के दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी भी दी जाएगी. बता दें, मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही देखी गई थी. जहां हत्यारों ने लगभग 10 दिन पहले कन्हैयालाल को धमकी दी थी. उस समय ASI ने ही टेलर कन्हैयालाल का आरोपियों से समझौता करवा दिया था. बाद में जब हत्याकांड का वीडियो और हत्यारों द्वारा जारी वीडियो जिसमें वह बयान दे रहे हैं सामने आया तो इस बात का खुलासा हो पाया. इन वीडियोज़ में से एक वीडियो 10 दिन पहले 17 जून को बनाया गया है.

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