उदयपुर : मंगलवार को हुए उदयपुर हत्याकांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. धीरे-धीरे इस मामले से जुड़े कई पहलू भी खुल रहे हैं. बीते दिन उदयपुर के दर्ज़ी कन्हैयालाल की बर्बरता से हत्या कर दी गई. आरोपियों ने हत्या का कारण नूपूर शर्मा के समर्थन में की गई एक पोस्ट को […]
उदयपुर : मंगलवार को हुए उदयपुर हत्याकांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. धीरे-धीरे इस मामले से जुड़े कई पहलू भी खुल रहे हैं. बीते दिन उदयपुर के दर्ज़ी कन्हैयालाल की बर्बरता से हत्या कर दी गई. आरोपियों ने हत्या का कारण नूपूर शर्मा के समर्थन में की गई एक पोस्ट को बताया था. गला रेतकर की गई इस नृशंस हत्या की जांच में अब तक जो खुलासे हुए हैं वो चौंका देने वाले हैं. हत्याकांड का लिंक पाकिस्तान से जोड़ा जा रहा है. जहां हत्या को अंजाम देने वालों का कनेक्शन काराची बेस्ड सुन्नी इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी के साथ बताया जा रहा है. इस बात की जानकारी जांच से जुड़े लोगों ने दी है.
बता दें, बीते मंगलवार राजस्थान के उदयपुर में दर्ज़ी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई थी. आरोपियों ने इस हत्या को करने से पहले वीडियो बनाया, हत्या करते समय वीडियो बनाया और हत्या को कबूल करते हुए भी एक वीडियो बनाया. जहां हत्यारें इन वीडियोज़ में पीएम नरेंद्र मोदी को भी धमकाते नज़र आए थे. इस हत्याकांड के पीछे कारण बस इतना था कि मृतक कन्हैयालाल के आठ वर्षीय बेटे ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट से भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के खिलाफ पोस्ट कर दिया था. जानकारी के मुताबिक कन्हैयालाल को करीब 10 दिनों से हत्या की धमकी दी जा रही थी जिसके बाद भी पुलिस इस मामले में कोई कड़ा एक्शन लेती नज़र नहीं आई और कन्हैयालाल की बेरहमी से सरेआम हत्या कर दी गई.
प्रदेश सरकार अब मृतक कन्हैयालाल के परिजनों को 31 लाख रुपये का मुआवज़ा देगी. इसके अलावा परिवार के दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी भी दी जाएगी. बता दें, मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही देखी गई थी. जहां हत्यारों ने लगभग 10 दिन पहले कन्हैयालाल को धमकी दी थी. उस समय ASI ने ही टेलर कन्हैयालाल का आरोपियों से समझौता करवा दिया था. बाद में जब हत्याकांड का वीडियो और हत्यारों द्वारा जारी वीडियो जिसमें वह बयान दे रहे हैं सामने आया तो इस बात का खुलासा हो पाया. इन वीडियोज़ में से एक वीडियो 10 दिन पहले 17 जून को बनाया गया है.
India Presidential Election: जानिए राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी ये 5 जरुरी बातें