लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ आगे बढ़ रहा है। मकर संक्रांति के दिन से रविदास जंयती तक निधि समर्पण अभियान चलाया गया था। 11 करोड़ लोगों ने बिना रामलला के दर्शन किए ही 3400 करोड़ की धनराशी दान कर दी है। मंदिर के चबूतरे का निर्माण 50 फीसदी […]
लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ आगे बढ़ रहा है। मकर संक्रांति के दिन से रविदास जंयती तक निधि समर्पण अभियान चलाया गया था। 11 करोड़ लोगों ने बिना रामलला के दर्शन किए ही 3400 करोड़ की धनराशी दान कर दी है।
अयोध्या में राम मंदिर का रास्ता साफ होते ही वहां पर मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। भगवान राम के मंदिर के लिए दानवीरों ने अपने खजाने खोल दिए हैं। मकर संक्रांति से लेकर रविदास जंयती तक एक अभियान चलाया गया जिसका नाम निधि समर्पण अभियान रखा गया था। इस अभियान के तहत अब तक रामभक्तो द्वारा 3400 करोड़ की धनराशी दान की गई है। बता दें कि 11 करोड़ लोगों ने बिना रामलला को देखे ही 3400 करोड़ रुपए दान कर दिए हैं। निधि समर्पण अभियान में लगी टोलियां 10, 20, 50, 100, 500, और 1000 का कूपन लेकर कई लोगों के दरवाजे तक पहुंची थी। छोटे से छोटे तबके के लोगों ने अपने स्वेच्छा से राम मंदिर निर्माण में अपना सहयोग दिया और 11 करोड़ रसीदें, कूपन अब तक काटे जा चुके हैं। बतातें चले कि मंदिर के चबूतरे का निर्माण कार्य लगभग 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और अगस्त तक प्लिंथ निर्माण का काम पूरा कर लिया जाएगा।
बता दें कि रामलला के गर्भ गृह निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। अब बंसी पहाड़पुर से तराशे गए पत्थर भी अयोध्या में आने लगे हैं। बीतें दिन श्राराम जन्मभूमी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा हर तबके के लोगों को मंदिर निर्माण से जोड़ने के लिए निधि सर्मपण अभियान चलाया गया था। बतातें चले कि इस अभियान के तहत 10 रु से लेकर करोड़ो रु तक की धनराशी दान की गई।