मुंबई, महाराष्ट्र सरकार इस समय सियासी संकट से घिरी हुई है. जहां पिछले 4 दिनों से उथल पुथल का सिलसिला बरकरार है. MVA गठबंधन वाली महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार के सामने अपना बहुमत सिद्ध करने की चुनौती है. जहां इस संबंध में सीएम उद्धव ठाकरे के निजी निवास मातोश्री के बाहर शिवसेना के समर्थन मेंहजारों […]
मुंबई, महाराष्ट्र सरकार इस समय सियासी संकट से घिरी हुई है. जहां पिछले 4 दिनों से उथल पुथल का सिलसिला बरकरार है. MVA गठबंधन वाली महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार के सामने अपना बहुमत सिद्ध करने की चुनौती है. जहां इस संबंध में सीएम उद्धव ठाकरे के निजी निवास मातोश्री के बाहर शिवसेना के समर्थन मेंहजारों शिवसैनिक भी जुटे हैं. इस समय महाराष्ट्र की राजनीति में चाणक्य कहे जाने वाले एनसीपी के प्रमुख शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे के बीच सियासी संकट को लेकर मंथन चल रहा है.
वहीं मातोश्री के बाहर सड़क पर हजारों शिवसैनिक उनके समर्थन में जुटे हुए हैं. यह भीड़ सीएम उद्धव के समर्थन में नारे लगा रहे हैं. शिवसैनिक बैंड-बाजे के साथ भी उनके घर के बाहर अपना प्रदर्शन कर रहे हैं. यह शिवसैनिक उनके समर्थन में बसों में भरकर वहां पहुंच रहे हैं.
#WATCH | Shiv Sena workers gather outside Matoshree (Thackeray residence) in Mumbai as a meeting between CM Uddhav Thackeray and NCP leaders, including party chief Sharad Pawar, gets underway. #MaharashtraCrisis pic.twitter.com/8CqYEumYTc
— ANI (@ANI) June 24, 2022
महाराष्ट्र सरकार पर आये सियासी संकट में लगातार एनसीपी और कांग्रेस नेता शिवसेना की गठबंधन सरकार को अपना समर्थन दिखा रहे हैं. जहां हाल ही में एनसीपी की नेता विद्या चह्वाण ने मीडिया से बात करते हुए इस संकट को लेकर कहा कि राज्य की आम जनता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एमवीए गठबंधन के साथ हैं. विद्या ने बताया, “कल शरद पवार जी ने कहा है कि हम सब एकसाथ हैं. (एमवीए) इस गठबंधन को तोड़ना मुश्किल है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहती हूं कि महाराष्ट्र कभी भी दिल्ली के सामने नहीं झुकेगा और अंतिम समय तक लड़ता रहेगा।
मुंबई में मीडिया से बात करते हुए विद्या ने कहा, ‘सीएम उद्धव ठाकरे जी के साथ हम सब खड़े हैं. यहां तक कि जनता उद्धव ठाकरे और महा विकास अघाड़ी के साथ खड़ी है, हम सब एक साथ हैं. महा विकास अघाड़ी का टूटना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव है. पीएम मोदी जी की केंद्र सरकार से मैं कहना चाहती हूं, हैं कि महाराष्ट्र कभी भी दिल्ली के सामने झुका नहीं है, ना ही झुकेगा।
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