नई दिल्ली. साल 2020 में 23 सितंबर यानी बुधवार सुबह 7 बजकर 38 मिनट से केतु का गोचर धनु राशि से वृश्चिक में होगा जो मंगलवार 12 अप्रैल 2022 की सुबह 8 बजकर 44 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हमेशा वक्री अवस्था में ही केतु चलता है. इसी वजह […]
नई दिल्ली. साल 2020 में 23 सितंबर यानी बुधवार सुबह 7 बजकर 38 मिनट से केतु का गोचर धनु राशि से वृश्चिक में होगा जो मंगलवार 12 अप्रैल 2022 की सुबह 8 बजकर 44 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हमेशा वक्री अवस्था में ही केतु चलता है. इसी वजह से ज्योतिष विद्या में केतु को मंगल का ही छाया ग्रह कहा जाता है. जानिए केतु का धनु से वृश्चिक राशि में गोचर सभी 12 राशियों के जीवन में क्या प्रभाव डालने जा रहा है.
मेष राशि के लोगों के लिए केतु का राशि परिवर्तन अशुभ रहेगा. इस राशि के लिए केतु का गोचर आठवें भाव में गोचर करेगा. आठवें भाव से मृत्यु का विचार भी किया जाता है. इस दौरान जातकों को कई परेशानियां हो सकती है. दुर्घटनाओं से बचकर रहें. वाहन चलाते समय सावधान रहें. धन संबंधी मामलों में हालात ठीक नहीं रहेगी. परिवार में वाद- विवाद हो सकता है.
वृषभ राशि के जातकों के लिए गोचर 7वें भाव में होगा. इस भाव से वैवाहिक जीवन का विचार किया जा सकता है. केतु का राशि परिवर्तन इस राशि के लिए अशुभ रहेगा. जीवनसाथी से संबंध बिगड़ सकते हैं. पैसा कमाने के लिए ज्यादा मेहनत होगी. पराक्रम के बल पर योजनाएं सफल होंगी. छोटे भाई से किसी बात पर विवाद हो सकता है.
मिथुन राशि के लोगों के लिए केतु छठे भाव में गोचर करेगा जो रोग और शत्रु से संबंधित है. यह राशि परिवर्तन आपके लिए शुभ होगा. सूर्य के परिवर्तन की वजह से आपको शत्रुओं से छुटकारा मिलेगा. कोर्ट-कचहरी मामलों के लिए दिन शुभ है. नौकरी में सफलता मिलेगी. नौकरी में अधिक मेहनत करेंगे. मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी.
कर्क राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर पाचवें भाव में होगा. इस भाव में प्रेम और संतान पर विचार किया जाता है. केतु का राशि परिवर्तन इस राशि के लिए अशुभ है. इसकी वजह से आपके भीतर क्रोध रहेगा. अगर आप गर्भ से हैं तो इस समय विशेष सावधान रहें. गर्भपात का खतरा बन सकता है. प्रेम करने वालों के लिए समय ठीक नहीं.
केतु का गोचर सिंह राशि के लोगों के लिए चौथे भाव में होगा. इस भाव में माता और सुख पर विचार होगा. केतु का राशि परिवर्तन अशुभ है. इस वजह से आपके मन खराब रह सकता है. माता जी को रक्त संबंधी बिमारी भी हो सकती है. आपकी माता जी का स्वाभाव थोड़ा चिड़चिड़ा हो सकता है. कार्यक्षेत्र में आपकी आलोचना हो सकती है. सरकारी कार्यों में रुकावटों का सामना हो सकता है.
कन्या राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर तीसरे भाव में होगा जिसमें पराक्रम और छोटे भाई बहनों का विचार होता है. केतु का राशि परिवर्तन आपके लिए शुभ रहेगा. इस परिवर्तन से आपके पराक्रम में बढ़ोतरी होगी. लेकिन ध्यान रहे अपनी शक्ति और सामर्थ्य का गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं. जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति हो सकती है. हालांकि आपकी इनकम बढ़ेगी. बड़े भाई से झगड़ा हो सकता है.
तुला राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर दूसरे भाव में होगा. इस भाव में वाणी और धन का विचार किया जाता है. केतु राशि का परिवर्तन आपके लिए अशुभ रहेगा. केतु परिवर्तन की वजह से आपकी वाणी में कटुता आएगी. बोलते समय आप विचार नहीं करेंगे. धन के लिहाज से समय ठीक नहीं है. आर्थिक हालात बिगड़ सकती है. वाणी पर विशेष रूप से ध्यान रखें.
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर पहले भाव में होगा यानी इसमें लग्न का विचार किया जाता है. वृश्चिक के लिए केतु का राशि परिवर्तन आपके लिए सामान्य होगा. केतु परिवर्तन के कारण आपके अंदर की शक्ति बढ़ जाएगी. लेकिन इसके दुरूपयोग से बचें. दिमाग में हर समय गुस्सा रहेगा. हालांकि, धर्म की ओर आपका रूझान रहेगा. इस समय धार्मिक कार्य करते हैं तो मान-सम्मान बढ़ेगा.
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर पहले भाव में होगा यानी इसमें लग्न का विचार किया जाता है. वृश्चिक के लिए केतु का राशि परिवर्तन आपके लिए सामान्य होगा. केतु परिवर्तन के कारण आपके अंदर की शक्ति बढ़ जाएगी. लेकिन इसके दुरूपयोग से बचें. दिमाग में हर समय गुस्सा रहेगा. हालांकि, धर्म की ओर आपका रूझान रहेगा. इस समय धार्मिक कार्य करते हैं तो मान-सम्मान बढ़ेगा.
धनु राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर 12वे भाव में होगा. इस भाव में व्यय का विचार किया जाता है. केतु का राशि परिवर्तन अशुभ है. इस परिवर्तन से आपके खर्चों में अधिकता आएगी. आप परिवार से भी दूर हो सकते हैं. विदेश जाने के लिए समय उपयुक्त है. इस परिवर्तन से आपके सुखों में कमी आएगी. परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आपका कोई कीमती सामान चोरी हो सकता है, सावधान रहें.
मकर राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर 11वें भाव में होगा. इस भाव से इनकम का विचार किया जाता है. केतु का राशि परिवर्तन मकर के लिए शुभ रहेगा. इनकम में बढ़ोतरी होगी. आपका संबंध बड़े भाई से सुधरेगा. पराक्रम में बढ़ोतरी होगी. आपके छोटे भाई को इस गोचर का लाभ मिलेगा. हालांकि, आपमें क्रोध भरा रहेगा. दिमाग को ठंडा रखकर ही किसी काम को करें. आपकी इच्छाएं पूरी होंगी.
कुंभ राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर दसवें भाव में होगा. इस भाव में कर्म का विचार किया जाता है. केतु का राशि परिवर्तन आपके लिए बेहद शुभ है. इस परिवर्तन से कार्यक्षेत्र में आपको लाभ मिलेगा. सुरक्षाबलों को यह गोचर लाभदायक रहेगा. नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है. आपकी आर्थिक हालात में सुधार होगा. इस राशि परिवर्तन से आपके शत्रु आपके पराजित होंगे. वाहन सावधानी से चलाएं.
मीन राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर नौवें भाव में होगा. इस भाव में भाग्य का विचार किया जाता है. केतु का राशि परिवर्तन आपके लिए शुभ रहेगा. भाग्य में वृद्धि होगी. किसी धार्मिक कार्य से जुड़े हैं तो लाभ होगा. परिवार के साथ ज्यादा समय बीतेगा. यह परिवर्तन आपके अंदर चिड़चिड़ापन ला सकता है. लेकिन नई ऊर्जा का भी संचार होगा.