पणजी. गोवा के साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त उपन्यासकार-कथाकार दामोदर माऊजो ने कहा है कि साहित्य अकादमी को सरकार से अपील करनी चाहिए कि वह ‘सांस्कृतिक ठेकेदारों’ से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए. दामोदर ने यह बात साहित्य अकादमी के अध्यक्ष वी.पी. तिवारी को लिखे एक पत्र में कही. उन्होंने अगस्त में कन्नड़ लेखक एम.एम. कालबुर्गी की हत्या की पुरजोर निंदा किए जाने का आह्वान किया.
दामोदर गोवा के उन 11 साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त साहित्यकारों में से एक हैं, जिन्होंने कालबुर्गी की हत्या मामले में संस्थान के अध्यक्ष तिवारी की चुप्पी का सार्वजनिक रूप से विरोध किया था. कालबुर्गी साहित्य अकादमी की गवर्निग काउंसिल के सदस्य थे.
दामोदर ने कहा कि हमें सरकार से नैतिकता के ठेकेदारों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने का आग्रह भी करना चाहिए, जिनके हौसले कानून एवं व्यवस्था के रक्षकों की चुप्पी के कारण बुलंद हैं.
उन्होंने कहा कि लेखक समुदाय के हितों की रक्षा और इसके सदस्यों की जिंदगी की हिफाजत अकादमी का कर्तव्य है. सत्ता में बैठे लोगों को यह कड़ा संदेश दिया जाना चाहिए कि लेखकों का यह संस्थान अपनी आजादी पर किसी तरह का खतरा बर्दाश्त नहीं करेगा.