नई दिल्ली, अग्निपथ योजना को लेकर पूरे देश में बवाल जारी है. जहां अग्निपथ स्कीम को लेकर कई भ्रामक जानकारियां भी फैलाई जा रही हैं. इसी बीच कई युवकों के मन में ये सवाल भी आया होगा कि क्या अग्निवीर बनने के बाद चार साल से पहले ही सेना छोड़ सकते हैं या नहीं? आइये […]
नई दिल्ली, अग्निपथ योजना को लेकर पूरे देश में बवाल जारी है. जहां अग्निपथ स्कीम को लेकर कई भ्रामक जानकारियां भी फैलाई जा रही हैं. इसी बीच कई युवकों के मन में ये सवाल भी आया होगा कि क्या अग्निवीर बनने के बाद चार साल से पहले ही सेना छोड़ सकते हैं या नहीं? आइये आपको इसका जवाब बताते हैं.
सेना द्वारा जारी किये गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, कोई भी सेना में भर्ती होने वाला अग्निवीर अपनी मर्जी से चार साल से पहले सेवाएं नहीं छोड़ सकता है. सभी अग्निवीर जो इस योजना के तहत सेना का भाग बनेंगे 4 साल तक उन्हें अपना कार्यकाल पूरा करना होगा. हालांकि असाधारण परिस्थितियों में कोई अग्निवीर चार साल से पहले सेना छोड़ सकता है. ऐसा करने पर अग्निवीर को सेवा निधि पैकेज का वही हिस्सा मिलेगा जो उसने योगदान किया है जबकि उसे बाकी के सरकारी योगदान से वंचित रहना पड़ेगा.
लेफ्टिनेंट जनरल बंशी पुनप्पा ने कहा है कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए 1 जुलाई को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। जिसके बाद लोग एप्लीकेशन रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकते हैं। भर्ती के लिए पहली रैली अगस्त के दूसरे हफ्ते से शुरू होगी। रैली में फिजिकल टेस्ट और मेडिकल होगा उसके बाद एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। उसके बाद उन्हें कॉलम में मेरिट के हिसाब से भेजा जाएगा। अगस्त से लेकर नवंबर तक 2 बैच में रैलिया होंगी। पहले लॉट में 25000 अग्निवीर आएंगे। साथ ही ये लोग दिसंबर के पहले सप्ताह में आएंगे। अग्निवीरों का दूसरा जत्था फरवरी में होगा। देशभर में कुल 83 भारतीय रैलियां होंगी जो देश के हर राज्य में हर आखिरी गांव तक रहेंगी। वहीं वायु सेना में 24 जून से भर्ती शुरू होगी, जबकि नेवी में बहाली के लिए 25 जून को सुचना मिलेगी।
नेवी के अनुसार अगले दो-तीन दिनों में 25 जून तक हमारा एडवर्टाइजमेंट इंफॉर्मेशन ब्रॉडकास्टर मिनिस्ट्री तक पहुंचने वाला है। 21 नवंबर को पहला अग्निवीर का बैच आई एन एस चिल्का उड़ीसा में रिपोर्ट करना शुरू करेगा। महिलाओं को भी अग्निवीर बनाया जा रहा हैं।
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