नई दिल्ली, अक्सर बारिश के मौसम में बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है. जिस तरह मानसून में बारिश का होना तय है, उसी तरह इस मौसम में बालों का झड़ना भी लगभग तय है. यदि इस मौसम में आपके बाल भी सामान्य से थोड़े ज्यादा झड़ रहे हैं तो यह बिल्कुल सामान्य बात है […]
नई दिल्ली, अक्सर बारिश के मौसम में बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है. जिस तरह मानसून में बारिश का होना तय है, उसी तरह इस मौसम में बालों का झड़ना भी लगभग तय है. यदि इस मौसम में आपके बाल भी सामान्य से थोड़े ज्यादा झड़ रहे हैं तो यह बिल्कुल सामान्य बात है इससे घबराने की ज़रूरत नहीं है. वर्ल्ड ट्राइकोलॉजी सोसाइटी के अध्ययन में यह बात सामने आई है कि नमी वाले मौसम में बालों का झड़ना लगभग 30 प्रतिशत तक बढ़ जाता है और यह बिल्कुल सामान्य है.
मानसून में पर्यावरण में मौजूद अत्यधिक नमी की वजह से इस समय बाल झड़ने लगते हैं. बाल इस नमी को सोख लेते हैं और रूखे, उलझे और बेजान बन जाते हैं, इसकी स्वाभाविक नमी कम होती है, जिसकी वजह से सिर की त्वचा भी रूखी हो जाती है. ये बालों के फॉलिकल्स को कमजोर बनाते हैं और बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं, नमी के बढ़ने से बालों के फॉलिकल्स बंद हो जाते हैं और जिससे बाल चिपचिपे हो जाते हैं.
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (एनसीबीआई) के अनुसार, सामान्य मौसम में एक दिन में व्यक्ति के 80-100 बाल झड़ते हैं, जबकि मॉनसून के दौरान, एक व्यक्ति के प्रतिदिन 250 बाल झड़ते हैं, मौसमी बदलाव के कारण बालों का झड़ना बढ़ जाता है.
भले ही बारिश में भीगने का आनंद लेना अच्छा लगता है, लेकिन उसके बाद बालों को जरूर धोएं. बारिश के पानी को हटाने के लिये शैम्पू से अपने बालों को अच्छे से धोएं, क्योंकि बारिश का पानी गंदगी से भरा होता है और नमी वाले इस मौसम में चिपचिपेपन और पसीने को दूर रखने के लिए आपको हफ्ते में 2-3 बार अपने बालों में शैम्पू करनी चाहिए. साथ ही, बालों को कंडीशनर भी ज़रूर करें. कंडीशनर करने से आपके बाल और अच्छे हो जाते हैं.
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