नई दिल्ली, केंद्र सरकार की ओर से देश की तीनों सेनाओं के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना का देश के कई हिस्सों में खूब विरोध हो रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को भी बिहार, यूपी, बंगाल, तेलंगाना समेत कई राज्यों में प्रदर्शन और आगजनी की घटना सामने आई. अग्निपथ योजना के विरोध के […]
नई दिल्ली, केंद्र सरकार की ओर से देश की तीनों सेनाओं के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना का देश के कई हिस्सों में खूब विरोध हो रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को भी बिहार, यूपी, बंगाल, तेलंगाना समेत कई राज्यों में प्रदर्शन और आगजनी की घटना सामने आई. अग्निपथ योजना के विरोध के नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार का बयान अब सामने आया है. नौसेना प्रमुख ने कहा कि उन्हें योजना को लेकर इस तरह के व्यापक हिंसक विरोध प्रदर्शन की उम्मीद कभी नहीं की थी.
नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘मुझे इस तरह के किसी विरोध प्रदर्शन की उम्मीद बिल्कुल नहीं थी. हमने करीब डेढ़ साल तक अग्निपथ योजना पर काम किया था..’ अग्निपथ योजना को परिवर्तनकारी बताते हुए एडमिरल कुमार ने कहा, यह भारत के हित में है. इस योजना को वापस लेने की मांग को पर नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि वे विरोध न करें और हिंसक रुख न अपनाएं, उन्हें योजना को समझना चाहिए और शांति बनाए रखनी चाहिए. युवाओं के लिए देश की सेवा करने का यह एक बहुत अच्छा मौका है.’
अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने बताया कि कब तक पहले अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. भारतीय सेना की वेबसाइट http://joinindianarmy.nic.in पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर तक सेना को पहला अग्निवीर मिल जाएगा और अगले साल के मध्य तक तीनों सेनाओं में इनकी ऑपरेशनल और नॉन-ऑपरेशनल तैनाती भी कर दी जाएगी, इसलिए चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है.
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