कोलकाता, अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए विपक्षी रणनीति पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस बुधवार को दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेने वाली है, खास बात ये है कि राष्ट्रपति चुनाव में इस बार एनडीए के पास जीत के लिए पर्याप्त वोट नहीं […]
कोलकाता, अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए विपक्षी रणनीति पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस बुधवार को दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेने वाली है, खास बात ये है कि राष्ट्रपति चुनाव में इस बार एनडीए के पास जीत के लिए पर्याप्त वोट नहीं हैं, ऐसे में ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में कांग्रेस की हामी एक बहुत बड़ा संकेत है. कांग्रेस की तरफ से इस बैठक में वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल होने वाले हैं, इसके अलावा आरएलडी के नेता जयंत चौधरी भी इस मीटिंग में शामिल होंगे.
लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले राष्ट्रपति चुनाव देश में एनडीए गठबंधन और विपक्ष के लिए एक दूसरे को एकता और ताकत दिखाने का मौका है, इस चुनाव से जो माहौल बनेगा उसका असर लोकसभा चुनाव की रणनीति पर देखने को मिल सकता है. वहीं इससे पहले कि देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस चुनाव को लेकर कोई कदम उठाती पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने 15 जून को विपक्षी दलों की एक संयुक्त कॉन्फ्रेंस बुला दी है. उन्होंने इसमें गैर एनडीए दलों और विपक्षी पार्टियों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया है, इस कांफ्रेंस का आयोजन कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया में किया गया है.
जिन प्रमुख नेताओं को इसमें बुलाया गया है उसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी, उद्धव ठाकरे सहित विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं.
15 जून को होने वाली विपक्षी दलों की संयुक्त कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए केरल के सीएम पिनारी विजयन, तेलंगाना के सीएम केसीआर, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, पंजाब के सीएम भगवंत मान, आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव, सीपीआई के महासचिव डी. राजा, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, एसडीएफ के अध्यक्ष पवन चामलिंग, आईयूएमएल के अध्यक्ष केएम केदार मोहिद्दीन, एनसीपी नेता शरद पवार, आरएलडी नेता जयंत चौधरी, जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी, जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला को निमंत्रण भेजा गया है.
लेकिन, सीपीआई के महासचिव डी. राजा और माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने बैठक से किनारा कर लिया.
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