नेशनल हेराल्ड मामला: नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आज नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होना है। इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस नेता के घर और प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने एक ट्वीट किया है। जिसमें […]
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आज नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होना है। इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस नेता के घर और प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने एक ट्वीट किया है। जिसमें केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा है कि राहुल झुकने वाले नहीं है।
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि तानाशाह कान खोलकर सुने ले- ये गाँधी का वंशज है, इसे रोक नहीं तुम पाओगे, सच की इस लड़ाई में राहुल से जीत नहीं तुम पाओगे।
तानाशाह कान खोलकर सुने ले-
ये गाँधी का वंशज है
इसे रोक नहीं तुम पाओगे
सच की इस लड़ाई में
राहुल से जीत नहीं तुम पाओगे pic.twitter.com/d7qAuuAGWF— Congress (@INCIndia) June 13, 2022
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने मनी लांड्रिंग के एक मामले में पेश होने से एक दिन पहले कल कांग्रेस ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जमकर हमला किया। देश के पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि मनी लाड्रिंग मामले में राहुल गांधी को भेजा गया ईडी का समन पूरी तरह निराधार’ है और ऐसा लगता है कि भाजपा द्वारा शासित राज्य जांच एजेंसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आते हैं।
बता दें कि कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड-एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड सौदे से जुड़े धनशोधन कांग्रेस में अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा समन जारी किए जाने को लेकर देशव्यापी सत्याग्रह का ऐलान किया है।
गौरतलब दें कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु समेत कई कांग्रेस नेताओं ने 1938 में Associate Journal Limited नाम से एक कम्पनी बनाई थी। ये कंपनी National Herald नाम से एक अखबार प्रकाशित करती थी। चूंकि ये नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करती थी। इसी वजह इसे देश के कई शहरों में बेहद सस्ते दामों पर सरकारों से जमीनें मिली। सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आरोप है कि उन्होंने एक ऐसी कम्पनी बनाई, जिसका मकसद सिर्फ कारोबार करना नहीं था। वो इस कम्पनी के जरिए AJL को खरीदकर 2 हज़ार करोड़ रुपये की उसकी सम्पत्ति को अपने नाम पर करना चाहते थे। वर्ष 2011 में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कम्पनी यंग इंडिया लिमिटेड ने AJL को टेकओवर कर लिया।
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