रांची हिंसा: रांची। पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के ऊपर की एक टीवी चैनल में की गई विवादित टिप्पणी के खिलाफ बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के भारी हिंसा हुई। जिसमें दो लोगों की मौत भी हो गई थी। हिंसा के बाद से ही पूरे शहर में स्थिति तनावपूर्ण है। रांची […]
रांची। पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के ऊपर की एक टीवी चैनल में की गई विवादित टिप्पणी के खिलाफ बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के भारी हिंसा हुई। जिसमें दो लोगों की मौत भी हो गई थी। हिंसा के बाद से ही पूरे शहर में स्थिति तनावपूर्ण है। रांची के 12 थाना क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू है। फिलहाल शहर के चप्पे-चप्पे पर झारखंड पुलिस का पहरा है।
झारखंड पुलिस को शक है कि हिंसा में बाहरी तत्वों का हाथ है। पुलिस हिंसा से जुड़ी सभी पहलुओं की जांच कर रही है। पुलिस ने कल शहर में फ्लैग मार्च निकालकर सुरक्षा व्यवस्था का जाएजा लिया था।
रांची में हुए बवाल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं चिंता में डालने वाली हैं। जो नफरत फैलाना चाहते हैं, वो ऐसी साजिशें रच रहे हैं। कुछ असामाजिक तत्वों की गलती का खामियाजा सभी भुगत रहे हैं।
बता दें कि रांची में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भाजपा से निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। बताया जा रहा है कि इस हिंसक प्रदर्शन में दो लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक मरने वाले दोनो प्रदर्शनकारी हैं। जिनकी गोली लगने से मौत हुई है। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने भारी पथराव भी किया। जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है। फिलहाल पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
गौरतलब है कि जब प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो भीड़ की ओर से पत्थरबाजी की गई। जिसमें पुलिस के कई जवानों को चोट लगी। बाद में पुलिस ने हवाई फायरिंग से भीड़ पर काबू पाया गया। हिंसा में घायल रांची के एसएसपी इस वक्त अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी जगह अब डीएसपी अंशुमान ने मोर्चा संभाल रखा है।
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