कानपुर, बीजेपी प्रवक्ता द्वारा एक निजी चैनल के डिबेट शो में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी से माहौल गरमाया हुआ है. देश-विदेश से इस मामलें पर रिएक्शन सामने आ रहे है. वहीं, अब तक 50 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. बताया जा रहा है कि शहर प्रशासन ने […]
कानपुर, बीजेपी प्रवक्ता द्वारा एक निजी चैनल के डिबेट शो में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी से माहौल गरमाया हुआ है. देश-विदेश से इस मामलें पर रिएक्शन सामने आ रहे है. वहीं, अब तक 50 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. बताया जा रहा है कि शहर प्रशासन ने आरोपियों की 147 अवैध संपत्तियों की पहचान भी कर ली है. माना जा रहा है कि जल्द ही आरोपियों पर बुलडोज़र कार्रवाई की जा सकती है. इसी बीच कानपुर शहर के काजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस हादी ने कहा है कि अगर कानपुर में बुलडोजर चला तो लोग कफन बांध कर घर से बाहर निकलेंगे.
सरकार ने कानपुर हिंसा की जांच के लिए SIT की एक टीम गठित कर दी है. गठित की गई एसआईटी टीम की निगरानी पुलिस उपायुक्त संजीव त्यागी करेंगे, जबकि जांच में एटीएस को भी शामिल किया गया है. वहीं कानपुर हिंसा की जांच पीएफआई एंगल से भी की जा रही है. हिंसा के मामले में समाजवादी पार्टी के नेता निजाम कुरैशी का नाम भी सामने आ रहा है लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
रविवार को उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के अपर पुलिस महानिदेशक नवीन अरोड़ा ने भी कानपुर का दौरा किया है. उन्होंने इस घटना की जांच कर रही टीम से बातचीत की. कानपुर के पुलिस आयुक्त ने बताया कि इनके संपर्क और संबंधों की जांच की जा रही है. मीणा ने कहा कि एसआईटी को सांप्रदायिक तनाव भड़काने वालों की पहचान करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) से संबंधित दस्तावेज भी जफर हयात हाशमी के परिसरों की तलाशी के दौरान मिले.
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