राज्यसभा चुनाव: नई दिल्ली। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने आज निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा का पर्चा भर दिया। अब सिब्बल यूपी से सपा के समर्थन से राज्यसभा जाएंगे। सिब्बल के नामांकन के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और महासचिव रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि यूपी से इस […]
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने आज निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा का पर्चा भर दिया। अब सिब्बल यूपी से सपा के समर्थन से राज्यसभा जाएंगे। सिब्बल के नामांकन के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और महासचिव रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि यूपी से इस बार समाजवादी पार्टी के तीन सदस्य राज्यसभा जाएंगे। जिसमें एक कपिल सिब्बल है और बाकी दो के नाम अभी तय नहीं है।
बता दें कि राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरने से पहले मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने ने बताया कि उन्होंने 16 मई को ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
बताया जा रहा है कि कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजकर अखिलेश यादव आजम खान की नाराजगी दूर करना चाहते है क्योंकि इससे पहले आजम ने ये कहा था कि अगर सिब्बल को सपा से राज्यसभा भेजा जाएगा तो उन्हे खुशी होगी। बता दें कि इससे पहले 2016 में कपिल सपा की मदद से कांग्रेस के उम्मीदवार को रूप में संसद के उच्च सदन में गए थे।
आजम खान ने कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट में वकील कपिल सिब्बल के राज्यसभा जाने पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि देखिए, अगर समाजवादी पार्टी कपिल सिब्बल को राज्य सभा भेजने की बात कर रही है तो ये बहुत अच्छी बात हैं, वे उसके लायक हैं. अगर कपिल सिब्बल राज्यसभा भेजे जाएंगे तो सबसे ज्यादा मुझे ख़ुशी होगी।
विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल सपा गठबंधन के विधायकों की कुल संख्या 125 है और राज्यसभा की एक सीट के लिए कम से कम 37 विधायकों का वोट जरूरी है. इसके हिसाब से समाजवादी पार्टी 3 सीटों पर आराम से जीत डार्क कर लेगी, जबकि बीजेपी अपने सदस्यों की संख्या के अनुसार 7 सीटें जीतेगी जिसके बाद बीजेपी गठबंधन के 14 वोट बचेंगे वहीं सपा के पास भी 14 वोट अतिरिक्त होंगे ऐसे में मुकाबला दोनों ही दलों के बीच होगा और जो भी दल सेंधमारी करने में सफल रहेगा जीत उसी की होगी, यानी 11वीं सीट उसी को मिलेगी।
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