त्रिपुरा, त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले भारतीय जनता पार्टी हाईकमान ने मुख्यमंत्री बदलकर सभी को चौका दिया है. भाजपा ने बिप्लब देब को हटाकर डॉ. माणिक साहा को नया सीएम बनाने की घोषणा कर दी है. साहा को भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता भी चुन लिया गया है. इस […]
त्रिपुरा, त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले भारतीय जनता पार्टी हाईकमान ने मुख्यमंत्री बदलकर सभी को चौका दिया है. भाजपा ने बिप्लब देब को हटाकर डॉ. माणिक साहा को नया सीएम बनाने की घोषणा कर दी है. साहा को भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता भी चुन लिया गया है. इस सारे घटनाक्रम की पटकथा एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बिप्लब देव की मुलाकात करने के बाद लिखी थी. आइए इस पूरे घटनाक्रम को इन पॉइंट्स के जरिए समझते हैं:
बिप्लब कुमार देब ने बीते दिन यानी शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह से यहीं से उनके इस्तीफे की अटकलों को हवा मिली.
वहीं, गृहमंत्री अमित शाह से मुलाक़ात के बाद बिप्लब कुमार देब ने शनिवार शाम करीब साढ़े चार बजे सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफ़ा राज्यपाल को सौंपा है.
इस्तीफे के बाद बिप्लब देब ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है और उन्हें इस बारे में जानकारी है.
बिप्लब ने देब ने कहा कि पार्टी और आलाकमान चाहता था कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए इसलिए उन्होंने उनका फैसला मानते हुए पद छोड़ने का फैसला किया.
बता दें बिप्लव देव को लेकर संगठन में नाराजगी चल रही है. दो विधायकों ने भी इसके चलते पार्टी छोड़ दी है और विधानसभा चुनावों की रणनीति को लेकर भाजपा कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है.
भाजपा ने बिप्लब देब को हटाकर डॉ. माणिक साहा को नया सीएम बनाने की घोषणा कर दी है. साहा को भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता भी चुन लिया गया है.
मालूम हो कि अगले साल 2023 में राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. गुजरात की तर्ज पर त्रिपुरा में मंत्री से लेकर संगठन तक में बड़े फेरबदल देखने को मिल सकते हैं.
त्रिपुरा के अगले मुख्यमंत्री बनने जा रहे डॉ. माणिक साहा 6 साल पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे लेकिन वो इतने जल्दी प्रभावशाली बनकर उभरेंगे, इसका अंदाजा बड़े से बड़े राजनीतिक पंडित भी नहीं लगा पाए. भाजपा में आते ही माणिक को दो साल बाद प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, साथ ही वे त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट भी बने. हाल ही में राज्यसभा के लिए भी मनोनीत किए गए और अब वे त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.
डॉ. माणिक साहा अभी भी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं. साहा को मुख्यमंत्री बनाने की वजह उनकी छवि और पार्टी में उनका प्रभाव बताया जा रहा है. माणिक साहा पेशे से डेंटिस्ट हैं और उनकी छवि बेहद साफ मानी जाती है, बता दें माणिक साहा 2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे.
खबरों की मानें तो बिप्लब त्रिपुरा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं. बिप्लब देब ने एक दिन पहले ही गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, इसी दौरान गृह मंत्री ने यह साफ़ कर दिया था कि आगामी चुनाव में पार्टी नए चेहरे के साथ उतरना चाहती है.
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