तरुणी गांधी चंडीगढ़, जेलों से गतिविधियाँ चलाने वाले गैंग्स्टरों और अपराधियों के गठजोड़ के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने विशेष मुहिम के अंतर्गत अब तक जेलों से 710 मोबाइल फ़ोन बरामद किए हैं। राज्य की जेलों से वी.आई.पी. कल्चर ख़त्म करने की दिशा में बड़ी पहल […]
चंडीगढ़, जेलों से गतिविधियाँ चलाने वाले गैंग्स्टरों और अपराधियों के गठजोड़ के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने विशेष मुहिम के अंतर्गत अब तक जेलों से 710 मोबाइल फ़ोन बरामद किए हैं।
इस संबंधी विस्तार से जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि 16 मार्च से 10 मई तक एक विशेष मुहिम चलाई गई, जिसके अंतर्गत कैदियों से 710 के करीब मोबाइल फ़ोन बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि 16 मार्च से 31 मार्च तक 166 मोबाइल फ़ोन बरामद किए गए, जबकि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक 354 मोबाइल बरामद हुए। इसके अलावा 1 मई से 10 मई तक की कार्यवाही के दौरान 190 मोबाइल फ़ोन पकड़े गए। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि इन मोबाइल फोनों का प्रयोग गैंगस्टर/तस्कर जेलों से अपनी कार्यवाहियों को चलाने के लिए करते थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन व्यक्तियों के नाम पर यह फ़ोन नंबर चल रहे हैं, उनको पकडऩे के लिए जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही सख़्त कार्रवाई की जाएगी। भगवंत मान ने आगे बताया कि जिन जेलों से मोबाइल बरामद हुए हैं, उनके अधिकारियों और स्टाफ की जि़म्मेदारी भी तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जेलों से वी.आई.पी. कल्चर को जड़ से मिटाने के लिए पंजाब सरकार ने सभी वी.आई.पी. सैलों को ख़त्म करने और इनको प्रशासनिक ब्लॉकों में बदलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जो जेलों में बंदी हैं, उनको अदालतों ने कानून तोडऩे के लिए सज़ाएं दी हैं और वह जेलों में बैठे हुए सुख-सुविधाओं का आनंद नहीं ले सकते। भगवंत मान ने कहा कि जेलों को अब वास्तव में सुधार घर बनाया जाएगा, जहाँ अपराधियों को अपने किए हुए गुनाहों की असली मायनों में सज़ा भुगतनी पड़ेगी।
दिल्ली: मुंडका अग्निकांड में अब तक 27 लोगों की मौत, NDRF का बचाव अभियान जारी