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भारतीय सेना ने लिया इंतकाम, राहुल भट्ट के हत्यारों को मार गिराया

श्रीनगर, बीते दिनों कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद घाटी में दहशत का माहौल था. राहुल भट्ट की हत्या के बाद सुरक्षाबलों ने उनकी पत्नी मीनाक्षी से दो दिन के अंदर आतंकियों को मार गिराने का वादा किया था. सेना ने 24 घंटे के अंदर ही अपना वादा पूरा किया है. खबरों के […]

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भारतीय सेना ने लिया इंतकाम, राहुल भट्ट के हत्यारों को मार गिराया
  • May 13, 2022 6:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

श्रीनगर, बीते दिनों कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद घाटी में दहशत का माहौल था. राहुल भट्ट की हत्या के बाद सुरक्षाबलों ने उनकी पत्नी मीनाक्षी से दो दिन के अंदर आतंकियों को मार गिराने का वादा किया था. सेना ने 24 घंटे के अंदर ही अपना वादा पूरा किया है. खबरों के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने बांदीपोरा में शुक्रवार शाम तीन आतंकियों को मार गिराया है, इस एनकाउंटर में मारे गए दो आतंकी राहुल भट्ट के हत्यारे थे. इनमें तीसरा आतंकी गुलजार अहमद है, जिसकी पहचान 11 मई को की गई थी.

सेना ने पूरा किया वादा

राहुल भट्ट एक कश्मीरी पंडित बताए जा रहे हैं जो लंबे समय से राजस्व विभाग में काम कर रहे थे. गुरुवार को आतंकियों ने सरेआम तहसील दफ्तर में घुसकर उनपर गोलियां दाग दी. फिलहाल, सेना ने आतंकियों को ढूंढने के लिए इलाके में अपना तलाशी अभियान शुरू कर दिया था, राहुल के परिवार ने सेना से गुहार लगाई थी कि दो दिनों के अंदर उनके बेटे के हत्यारों को मारा जाए, और सेना ने अपना वादा पूरा करते हुए 24 घंटे में ही राहुल के हत्यारों को मार गिराया है.

राहुल भट्ट की पत्नी ने बयां किया दर्द

राहुल की पत्नी ने बताया कि उनके पति की तैनाती पहले बड़गांव डीसी ऑफिस में थी. 2 साल पहले उनका ट्रांसफर चाडूरा में कर दिया गया. हालांकि राहुल लगातार ट्रांसफर करने की बात कर रहे थे लेकिन डीसी बड़गांव और एसीआर ने इसे नहीं माना। मीनाक्षी ने बताया कि जब कश्मीर में 2 टीचर्स की हत्या हुई थी इसके बाद भी राहुल ने सुरक्षा का हवाला देते हुए ट्रांसफर की बात कही लेकिन कुछ नहीं हुआ.

कांग्रेस ने साधा था निशाना

इस हमले के बाद एक बार फिर कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई थी. कांग्रेस नेता अश्विनी हांडा ने जोर देकर कहा है कि केंद्र सरकार घाटी में कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा नहीं दे पा रही है. कश्मीरी पंडितों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने कोई सुरक्षा नहीं दी जा रही.

 

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